रोग प्रतिरोध शक्ति को बढाता है एकपाद सिरसासन
एकपाद सिरसासन योग आसनों में से एक महत्वपूर्ण आसन है। ...और पढ़ें

जागरण संवादाता, अमृतसर : एकपाद सिरसासन योग आसनों में से एक महत्वपूर्ण आसन है। यह कई बीमारियों से व्यक्ति को मुक्त करने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक शक्ति को भी बढ़ाता है। एकपाद सिरसासन विभिन्न विधियों से किया जाता है। बैठकर, खडे़ होकर दोनों तरह से किए जाने वाले इस आसन से अलग-अलग रोग ठीक होते हैं। इस आसन में एक पैर को उठाकर सिर के उपर ले जाया जाता है।
योगा कोच सरिका ने बताया कि यह आसन मोटापा दूर करने के लिए उत्तम योग आसन है। पेट की गैस और पेट में एसिडिटी बनने की समस्या को यह हल करने में सहायक है। यह आसन बढे़ व कम हुए ब्लड प्रेशर को ठीक करने में सहायक है। पेट की मांसपेशियों को यह आसन मजबूत बनाता है। कब्ज के रोगी इस आसन का अभ्यास जरूर करें। सिर में भारीपन बना रहने की समस्या को भी यह आसन ठीक करता है। पेट में दर्द और धरण पड़ने की बीमारी भी इस आसन के अभ्यास से खत्म हो जाती है। श्वास के रोगों को इस आसन से ठीक किया जाता है। यह आसन टांगों में होने वाली दर्द और नस चढ़ने की समस्या को भी ठीक करता है।
यह आसन व्यक्ति को अजीर्ण, मंदाग्नि एवं अम्लपित्त से भी छुटकारा दिलाता है। पाचन शक्ति को यह आसन मजबूत बनाता है। वायु विकारों में यह योग आसन अति उत्तम है। इस आसन से यकृत और प्लीहा की वृद्धि ठीक होती है।

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