धार्मिक ग्रंथ के पन्नों में रखे फूल, अमृतसर में मचा बवाल; नातन धर्म प्रचार संघ ने की फूलवाले पर कार्रवाई की मांग
अमृतसर के श्री दुग्र्याणा तीर्थ में एक फूल विक्रेता द्वारा धार्मिक ग्रंथ के पन्नों का उपयोग फूल रखने के लिए करने पर विवाद हो गया है। कमेटी सदस्य सोमदेव शर्मा ने इसे सनातन परंपरा को ठेस पहुंचाने वाला बताया है और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। सनातन धर्म प्रचार संघ ने भी घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

संवाद सहयोगी, अमृतसर। श्री दुग्र्याणा तीर्थ के परिसर मे फूल विक्रेता द्वारा धार्मिक ग्रंथ के कागज के बीच फूल रखकर भक्तों को देने का मामला कमेटी के सरगम सदस्य सोमदेव शर्मा ने उठाया है तथा कहा है कि यह मामला काफी गंभीर है। धार्मिक पुस्तक के पन्नों को फाड़कर उसमें फूल रखकर बेचे जा रहे हैं जिससे सनातन परंपरा को ठेस पहुंची है।
इस संबंध में पुलिस प्रशासन को भी शिकायत पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को उनके सामने यह बात आई थी की एक फूल वाला धार्मिक ग्रंथ के पन्नों को फाड़ कर उसमें फूल रखकर बेच रहा है। उसको इस संबंध में बताया भी गया परंतु वह करने को तैयार नहीं है तथा उनका फोन से मामले को समाप्त करने के लिए कह रहा है।
उन्होंने कहा कि धार्मिक भावनाओं के साथ जुड़ा हुआ है। यह धार्मिक ग्रंथ श्रीमद् भागवत है। इस संबंध में श्री दुग्र्याणा चौकी को भी अवगत करवाया गया है। वह इस संबंध में उच्च अधिकारी से भी मिले थे। लेकिन वहां से भी कार्रवाई न करने की बात सामने आई है।
उसने कहा कि पुलिस अधिकारी यह कह रहे हैं कि कमेटी ने कार्रवाई न करने को कहा है। उन्होंने कहा कि फूल वाले को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए था। परंतु वह इसकी कोई परवाह नहीं कर रहा इसलिए पुलिस प्रशासन को इस पर धार्मिक भावना ऑन को ठेस पहुंचाने तथा बेअदबी मामला दर्ज करना चाहिए।
श्री सनातन धर्म प्रचार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने धार्मिक ग्रंथो के अंगों की बेअदबी की पुरजोर निंदा की। राजकुमार शर्मा बताया कि पहले नवरात्रि पर ही दुर्गयाणा मंदिर गेट के सामने गुल्लू विक्की नाम का फूल सेहरे बेचने वाले ने धार्मिक ग्रंथो के अंगों को फाड़ कर अंगों में सेहरे रख कर बेच, धार्मिक ग्रंथो के अंगों की बेअदबी का मामला सामने आया। जिसकी हम पुरजोर निंदा करते हैं।
राजकुमार शर्मा ने दुर्गयाणा मंदिर कमेटी की प्रधान लक्ष्मीकांता चावला और प्रशासन से अपील करते हैं कि इस मामले की जांच कराई जाए और धार्मिक ग्रंथो के अंगों की बेअदबी करने वाले आरोपित पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने पर उस पर सख्त कार्रवाई की जाए। राजकुमार शर्मा ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को दुर्गयाणा मंदिर परिसर में फूल बेचने पर प्रतिबंध लगाया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।