धर्मजीत हत्याकांड: जग्गू भगवानपुरिया के तीन गुर्गे गिरफ्तार, ऑस्ट्रेलिया में बैठे गैंगस्टर अंकुश ने रचा था हत्या का षडयंत्र
अमृतसर में धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने 26 सितंबर को धर्मा के घर के बाहर गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार हत्या का षड्यंत्र ऑस्ट्रेलिया में बैठे गैंगस्टर अंकुश उर्फ ब्राह्मण ने रचा था।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। जेल से पेरोल पर लौटे धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने असम स्थित डिब्रूगढ़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने 26 सितंबर की रात धर्मा के घर के बाहर गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उक्त हत्या का षड़यंत्र आस्ट्रैलिया बैठे गैंग्सटर अंकुश उर्फ ब्राह्मण ने रचा था। उन्होंने दावा किया है कि गिरोह के अन्य सदस्यों को भी जल्द काबू कर लिया जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस में सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डीसीपी रविंदर पाल सिंह, एसीपी शिव दर्शन और इंस्पेक्टर विनोद शर्मा ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान छेहरटा स्थित सुभाष रोड निवासी नवराज सिंह उर्फ नूर, दलविंदर सिंह उर्फ बिल्ली और शुभदीप सिंह उर्फ शुभ के रूप में बताई है।
सीपी ने बताया कि घटना वाली रात उक्त तीनों आरोपित बाइक पर सवार होकर धर्मजीत सिंह के घर के बाहर पहुंचे थे। मौका मिलते ही आरोपितों ने गोलियां मारकर धर्मजीत की हत्या कर दी और फरार हो गए थे। जांच में सामने आया है कि दलविंदर सिंह और
नवराज ने धर्मा की कुछ दिन रेकी की थी। इसके अलावा पुलिस ने शूटरों को मदद करने के आरोप में मनकरण सिंह देवल, सैम और जोबन नामजद किया है। आरोपितों की धरपकड़ जारी है। बता दें धर्मजीत सिंह के खिलाफ हत्या और नशा तस्करी के पांच मामले थे। साल 2013 मेंधर्मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर छेहरटा में एएसआई रविंदर पाल सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। कोर्ट ने आरोपितों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी।
कुछ दिन पहले ही वह जेल से पेरोल लेकर घर लौटा था। घटना के तुरंत बाद जग्गू भगावनपुरिया की टीम ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट वायरल की थी उसमें लिखा था कि जग्गू कीमां हरजीत कौर की हत्या के मामले में धर्मा ने आरोपितों को मदद की थी।
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