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    डीसीपी साहब! फर्जी डोप टेस्ट रिपोर्ट बनवा रहे असलहाधारक, नशा करने वालों के हाथ में हथियार

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 07 Mar 2021 07:00 AM (IST)

    सिविल अस्पताल के एप्थेलेमिक आफिसर राकेश शर्मा ने डीसीपी परमिदर सिंह भंडाल को शिकायत की। राजेश ने कहा कि फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाला गिरोह सक्रिय है।

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    डीसीपी साहब! फर्जी डोप टेस्ट रिपोर्ट बनवा रहे असलहाधारक, नशा करने वालों के हाथ में हथियार

    नितिन धीमान, अमृतसर : असलहा लाइसेंस बनवाने या उसे रिन्यू करवाने के लिए डोप टेस्ट करवाना जरूरी है। यदि यह टेस्ट पाजिटिव आए तो उसका लाइसेंस नहीं बन सकता। ऐसे में शहर में ऐसा गिरोह सक्रिय है जो सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट की रिपोर्ट पाजिटिव आने पर बाहर से नेगेटिव रिपोर्ट तैयार करवा जमा करवा रहे हैं। इसको लेकर चिंतित सिविल अस्पताल के एप्थेलेमिक आफिसर राकेश शर्मा व सीनियर लैब टेक्निशियन राजेश शर्मा ने शनिवार को अस्पताल पहुंचे डीसीपी ला एंड आर्डर परमिदर सिंह भंडाल के समक्ष यह शिकायत की। राजेश शर्मा ने डीसीपी से कहा कि फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाला गिरोह सक्रिय है। इसमें कई सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। सिविल अस्पताल में आने वाले असलहाधारक की रिपोर्ट यदि पाजिटिव आती है तो वह बाहर से फर्जी नेगेटिव रिपोर्ट तैयार करवा डीसी कार्यालय में जमा करवाता है। ऐसे करते हैं गोलमाल

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    असलहाधारक स्वयं ही सिविल अस्पताल से रिपोर्ट लेता है। जब डोप टेस्ट रिपोर्ट वह देखता है तो फिर फर्जी रिपोर्ट बनवाने के लिए गिरोह से संपर्क करता है। इस तरह लग सकती है रोक

    सिविल अस्पताल में असलहाधारक का जो डोप टेस्ट होता है, उसकी रिपोर्ट सीधे डीसी कार्यालय को आनलाइन भेजी जानी चाहिए ताकि उसमें कोई भी बदलाव न हो। केस 1: फाइल बनाने वाले ने कहा, पांच हजार रुपये में बन जाएगी नेगेटिव रिपोर्ट

    राजेश शर्मा ने कहा कि हाल ही में एक प्राइवेट अस्पताल के डाक्टर अपना असलहा लाइसेंस रिन्यू करवाने के लिए डोप टेस्ट करवाने सिविल अस्पातल आए। उनका कहना था कि कचहरी में उनकी फाइल जिस शख्स ने बनाई, वह पांच हजार रुपये में उन्हें नेगेटिव रिपोर्ट देने की बात कह रहा था। जिले में करीब 37 हजार असलहा धारक हैं। केस 2 : डोप टेस्ट करवाने आया युवक नशे में था

    राजेश ने आगे बताया कि हाल ही में एक युवक आया। उसे सेवा केंद्र में नौकरी मिलनी थी। इतना नशा किया था कि बोल भी नहीं पा रहा था। उन्होंने उसे साफ कहा कि नशा करके आए हो। यह सुनकर वह वहां से चला गया। कुछ दिन बाद यही शख्स उन्हें सेवा केंद्र में नौकरी करते मिला। इससे साफ है कि उसने फर्जी टेस्ट रिपोर्ट तैयार करवाई। असलहाधारकों की वेरिफिकेशन करवाने की अपील की

    राजेश शर्मा ने डीसीपी से अपील की कि जो रिपो‌र्ट्स पूर्व में जारी हो चुकी हैं, उनकी पुन: वेरिफिकेशन करवाई जाए। उनका दावा है कि हजारों रिपो‌र्ट्स फर्जी मिलेंगी। वे असलहा धारक सामने आएंगे जो हर तरह का नशा करते हैं, फिर भी नेगेटिव रिपोर्ट तैयार करवाकर हथियार लेकर घूम रहे हैं। डीसीपी बोले, ऐसी बात है तो अवश्य जांच करवाएंगे

    डोप टेस्ट की फर्जी रिपो‌र्ट्स पर कई बार हंगामा हुआ है। एक बार फिर से मचे बवाल के बीच डीसीपी ला एंड आर्डर परमिदर सिंह भंडाल ने स्पष्ट किया है कि वह इस मामले की जांच करवाएंगे। फर्जी रिपो‌र्ट्स तैयार करने में यदि सरकारी मुलाजिमों की संलिप्तता शामिल पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल की सुरक्षा यकीनी बनाएं : राकेश शर्मा

    सिविल अस्पताल के एप्थलेमिक आफिसर राकेश शर्मा ने डीसीपी से कहा कि अस्पताल की सुरक्षा यकीनी बनाई जाए। फरवरी में दो शख्स पिस्तौल लेकर अस्पताल में दाखिल हुए और यहां कार्यरत कर्मचारी मनजिदर सिंह संधू को धमकाकर बीस लाख की फिरौती मांगी। डीसीपी ने कहा कि वह एसएचओ को निर्देश देंगे कि अस्पताल की सुरक्षा में ढील न हो।