पंजाब के गुरुद्वारे में राहुल गांधी को सिरोपा भेंट करने पर विवाद, SGPC अध्यक्ष धामी ने दिए जांच के आदेश
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमृतसर के गुरुद्वारा समाध बाबा बुड्ढा साहिब में सिरोपा भेंट करने पर विवाद हो गया। शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिए हैं। राहुल गांधी के साथ पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को भी सम्मानित किया गया था।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने पंजाब आए वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमृतसर के रमदास स्थित गुरुद्वारा समाध बाबा बुड्ढा साहिब में माथा टेकते के बाद सिरोपा भेंट किया गया जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया।
राहुल सहित पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को ग्रंथी कुलविंदर सिंह ने सोमवार को सिरोपा देकर सम्मानित किया। शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
एसजीपीसी ने जांच कमेटी बनाकर गुरुद्वारा समाध बाबा बुड्ढा साहिब रमदास भेजी। उसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
1984 में हुआ था ऑपरेशन ब्लू स्टार
उल्लेखनीय है कि गांधी परिवार को जून 1984 में श्री हरमंदिर साहिब पर हुए सैन्य हमले व नवंबर 1984 में दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में हुए सिख विरोधी दंगों का दोषी मानते हुए किसी भी प्रकार का सम्मान नहीं दिया जाता है।
इधर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की सदस्य किरणजोत कौर ने अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर मंगलवार को पोस्ट डालकर लिखा कि यदि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब पर हमला किया था तो कौम ने माफ नहीं किया, हिसाब बराबर।
'पोते का कोई दोष नहीं'
उसके पोते (राहुल गांधी) का क्या दोष जो उस समय बच्चा था? राहुल गांधी एक विनम्र व्यक्ति की तरह कई बार दरबार साहिब आए हैं और उन्होंने सिखों के खिलाफ कोई बात नहीं कही है इसलिए दादी के अपराधों के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
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