पंजाब को अस्थिर करने की साजिश, पाकिस्तान ने पिछले आठ महीने में भेजे 165 ड्रोन; BSF ने सीखाया सबक
पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई पंजाब को अस्थिर करने की साजिश रच रही है जिसमें वह आतंकियों और गैंगस्टरों का सहारा ले रही है। सीमा पार से ड्रोन द्वारा हथियार और नशे की तस्करी की जा रही है जिसे बीएसएफ और एंटी ड्रोन सिस्टम विफल कर रहे हैं। पिछले आठ महीनों में 165 से ज्यादा ड्रोन गिराए गए हैं।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। Punjab News: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ लगातार पंजाब को अस्थिर करने की साजिश रच रही है। इसके लिए पंजाब में सक्रिय आंतकियों के गुर्गों और गैंग्सटरों को सहारा लिया जा रहा है।
अपनी इसी साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए आइएसआइ की ओर से लगातार सीमा पार से ड्रोन से हथियारों और नशे की तस्करी की जा रही है।
आइएसआइ की इस साजिश को सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल और एंटी ड्रोन सिस्सम पानी फेर रहे हैं। यही नहीं, अगर कहीं ड्रोन से हथियार सीमा पार से आ भी रहे हैं तो वे पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से पकड़े जा रहे हैं।
आइएसआइ की साजिश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में पिछले आग महीनों में ही पाकिस्तान से आए 165 से ज्यादा ड्रोन गिराए जा चुके हैं।
इनमें से 12 ड्रोन तो हाल ही में दस दिन के बीच गिराए गए हैं। यही नहीं, ड्रोन द्वारा गिराए गए दस किलो आरडीएक्स, 14 हैंड ग्रेनेड, 80 पिस्टल (विदेश निर्मित) के अलावा 120 किलो से ज्यादा हेरोइन बरामद की जा चुकी है।
इसके साथ ही 82 भारतीय और तीन पाकिस्तानी तस्करों को भी गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले किया जा चुका है। बीएसएफ के अलावा पंजाब पुलिस की ओर से इस वर्ष जून महीने तक 153 हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे 156 पिस्टल और रिवाल्वर के अलावा भारी मात्रा में मैगजीन और गोलियां बरामद की हैं।
बीएसएफ के एक आला अधिकारी ने बताया कि ड्रोन और हथियार व नशे की बरामदगी भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक्टिव एंटी ड्रोन सिस्टम के कारण ही हो सकी है।
जाच में पता चला है कि आइएसआइ अपने हैंडलर व बब्बर खालसा इंटरनशेनल (बीकेआइ) का कुख्यात आतंकी हरविंदर रिंदा की मदद से यह साजिश रच रही है।
इसके लिए रिंदा द्वारा विदेश में बैठे गैंग्सटर, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पशियां, जीवन फौजी, गोल्डी बराड़, लखबीर सिंह उर्फ हरिके की मदद से पंजाब में स्लिपर सेल तैयार करवा रहा है।
बड़े किंगपिन नहीं आते पुलिस के हाथ खास बात यह है कि पुलिस की ओर से जितने भी तस्कर हथियारों के साथ पकड़े गए हैं, उनसे पूछताछ में यह बात सामने आई है कि वे केवल कुरियर हैं जिन्हें कुछ पैसों के लालच में हथियार एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का टास्क दिया जाता है।
हथियार या फिर नशा डिलीवर करने से पहले सप्लाई लेने वाले और सप्लाई देने वाली कुछ मिनट पहले एक फोटो ही वाट्सएप पर भेजी जाती है। दोनों एक-दूसरे को जानते तक नहीं हैं। मास्टरमाइंड का पता लगाना बड़ी चुनौती है।
पंजाब बॉर्डर पर सख्ती के कारण राजस्थान भेजी थी 106 किलो हेरोइन
बीएसएफ व अन्य एजेंसियों द्वारा पंजाब में भारत-पाक सीमा पर काफी सख्ती और एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिव होने के कारण आइएसआइ ने अपना रूट बदला और कुछ दिन पहले राजस्थान के बार्डर पर प्लास्टिक पाइप के जरिए 106 किलो हेरोइन ठिकाने लगवाई। इसे अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने राजस्थान के साथ लगती पाकिस्तान की सीमा के पास से बरामद किया था।
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