Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीएम भगवंत मान ने नन्ही बेटी को पहली बार स्वर्ण मंदिर के कराए दर्शन, देखिए अरदास करते हुए खास तस्वीरें

    पंजाब के मुख्यमंत्री भगंवत मान अमृतसर दौरे पर हैं। आज उन्होंने पत्नी गुरप्रीत कौर के साथ अपनी बेटी को पहली बार स्वर्ण मंदिर में माथा टिकवाया। बता दें कि सीएम मान पहले ही बेटी का नामकरण कर चुके हैं। उन्होंने अपनी बेटी का नाम नियामत कौर रखा है। स्वर्ण मंदिर में सीएम के पहुंचते ही यहां पहुंचे श्रद्धालु उनके साथ फोटो खिचवाने लगे।

    By Jagran News Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Fri, 26 Apr 2024 12:02 PM (IST)
    Hero Image
    सीएम मान और पत्नी गुरप्रीत कौर ने बेटी को पहली बार कराए दर्शन

    डिजिटल डेस्क, अमृतसर। मुख्यमंत्री भगवंत मान आज पत्नी गुरप्रीत कौर के साथ अपनी नन्ही परी को पहली बार दरबार साहिब में दर्शन करवाने पहुंचे। उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर ने बेटी नियामत कौर को गोद में उठाया हुआ था। स्वर्ण मंदिर में मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने सुनहरे पल गुजारे जिनकी प्यारी तस्वीरें सामने आई हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीएम मान और गुरप्रीत कौर आज अपनी बेटी को पहली बार स्वर्ण मंदिर में दर्शन करवाने पहुंचे। भगवंत मान की पत्नी ने गुलाबी रंग का सूट-सलवार पहना हुआ था।

    सीएम मान और पत्नी गुरप्रीत कौर ने नन्ही बेटी के लिए यहां अरदास की। सीएम मान के दरबार साहिब में पहुंचने के साथ ही लोगों की भी एकत्र होने लगी। सभी में उनके साथ फोटो खिचवाने की होड़ सी मच गई।

    सीएम मान ने दर्शन से पहले नन्ही बेटी नियामत कौर को पवित्र सरोवर के पास ले जाकर छींटे भी मारे। इस दौरान छोटे बच्चों को ध्यान में रखते हुए सीएम मान और उनकी पत्नी एक तरफ होकर दर्शन के लिए आगे निकल पड़े। मुख्यमंत्री मान ने अरदास के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "आज हम यहां पहली बार अपनी बेटी को लेकर आए हैं। बेटी नियामत स्वस्थ और खुश रहे यही अरदास हमने की है। साथ ही मैंने अपने पंजाब के लिए अरदास की है।

    उन्होंने कहा कि गुरु घर में आकर सुकून मिलता है। गुरु घर में कीर्तन सुनकर अपने अंदर की सभी इच्छाएं भूल जाती हैं। अभी पंजाब में रंगले पंजाब के कुछ रंग दिखने लगे है, बाकी का रंग भी आने वाले दिनों में भी दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती को कई बार कई लूटने आए और कई तोड़ने के लिए भी आए, लेकिन यहां की भाईचारक सांझ कभी भी नहीं टूटी।