इलाज के बाद ठीक हो सकते हैं मानसिक रोगी : डॉ. मक्कड़
विश्व भर में मानसिक रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत खासकर पंजाब के लोगों में भी यह बीमारी अब देखी जा रही है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
विश्व भर में मानसिक रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत खासकर पंजाब के लोगों में भी यह बीमारी अब देखी जा रही है। एक सर्वे के अनुसार हर चौथा इंसान कभी न कभी मानसिक रोग का शिकार हुआ है। इस रोग की सबसे बड़ी वजह है निराशा। बायपोलर डिसऑर्डर और स्किड्•ाोफ्रीनीया बहुत गंभीर और खतरनाक मानसिक बीमारियां हैं। खास बात यह है कि लोग तेजी से मानसिक रोगों की चपेट में आ रहे हैं, लेकिन फिर भी इसे छिपाए रखते हैं। यह विचार मनोचिकित्सक डॉ. हरजोत ¨सह मक्कड़ ने वीरवार को रंजीत एवेन्यू में लगाए मेडिकल कैंप में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मानसिक रोग के शिकार बहुत से लोग इलाज करवाने से कतराते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि लोग उनके बारे में न जाने क्या सोचेंगे। मानसिक रोगों का इलाज किया जा सकता है। जब एक व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता, उसका अपनी भावनाओं और व्यवहार पर काबू नहीं रहता, तो ऐसी हालत को मानसिक रोग कहते हैं। मानसिक रोगी आसानी से दूसरों को समझ नहीं पाता और उसे रोजमर्रा के काम ठीक से करने में मुश्किल होती है।
डॉ. मक्कड़ ने कहा कि मानसिक रोग के लक्षण, हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। ये इस बात पर निर्भर करते हैं कि उसके हालात कैसे हैं और उसे कौन-सी मानसिक बीमारी है। कुछ लोगों में इसके लक्षण लंबे समय तक रहते हैं और साफ नजर आते हैं, जबकि कुछ लोगों में शायद थोड़े समय के लिए हों और साफ नजर न आएं। मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है, फिर चाहे वह आदमी हो या औरत, जवान हो या बुजुर्ग, पढ़ा-लिखा हो या अनपढ़। डॉ. मक्कड़ ने कहा कि लोगों में मानसिक रोगों का कारण ¨जदगी की भागदौड़ है। पैसा कमाने की लालसा व ज्यादा इच्छाओं को पाल लेना इंसान को तनाव का शिकार बनाता है। मानसिक रोगों का सही समय पर उपचार करवाना बेहद जरूरी है, वरना भविष्य में इसके शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ते हैं।
इस अवसर पर कैंप में डॉ. हरजोत ¨सह मक्कड़ ने 366 मरीजों की निशुल्क जांच कर दवाएं दीं। इस अवसर पर गुरप्रीत, अनुराग मोहन, जगजीत ¨सह, मनदीप, लवप्रीत कौर, रंजीत कौर, किरणदीप कौर, अमरजीत कौर, सुरभि आदि उपस्थित थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।