भारत ने बढ़ाया दोस्ती का हाथ, पाक ने फिर कर दी वही बात
अटारी वाघा बाॅर्डर पर पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर बीएसएफ की ओर से पाक रेंजर्स को मिठाइयां भेंट की गईं।
जेएनएन, अमृतसर/जालंधर। भारत की तरफ से पाकिस्तान से संबंध सुधारने की तमाम कोशिशें की जाती हैं, लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर भारत ने अटारी बॉर्डर पर पाक रेंजर्स को मिठाई देकर बधाई दी, लेकिन एक दिन पहले पाकिस्तान ने तुर्की की फ्लाइट में सवार भारतीय युवक का इलाज करने से इन्कार किया। युवक की तबीयत बिगड़ने पर लाहौर में विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी, लेकिन युवक विपिन को लाहौर के अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया।
इस बीच, पाकिस्तान में नई सरकार को लेकर रिश्तों में बदलाव की उम्मीद दिखाई देने लगी है। इमरान के पीएम पद का शपथ लेने से पहले भारत ने पाकिस्तान को उसके स्वतंत्रता दिवस पर दोस्ती का पैगाम दिया। इंडो-पाक सीमा अटारी पर तैनात बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के कमांडेंट सुदीप सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पाक रेंजर्स को मिठाई भेंट की। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) अटारी पर मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच संपन्न हुए कार्यक्रम की सुबह 9.30 बजे तक कोई सूचना नहीं थी लेकिन 10 बजे भारत की तरफ से पाक को स्वतंत्रता दिवस की मुबारकबाद दी गई।
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पाक रेंजर्स के अधिकारियों को मिठाइयों भेंट करते बीएसएफ के अधिकारी।
बता दें कि अटारी बॉर्डर जीरो लाइन पर इस तरह के कार्यक्रम से पहले बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच बैठक होती है, जिसमें तय किया जाता है कि दोनों देशों के सुरक्षा बलों की ओर से कौन सा अधिकारी और कितने बजे जीरो लाइन पर पहुंचेगा। मंगलवार को पाक के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुबह करीब 10 बजे बीएसएफ की ओर से कमांडेंट सुदीप सिंह और पाक रेंजर्स की ओर से बिलाल अहमद अपने सहायक अधिकारियों के साथ जीरो लाइन पर पहुंचे। कमांडेंट सुदीप ने पाक रेंजर्स अहमद के साथ हाथ मिलाया और स्वतंत्रता दिवस पर मुबारक बाद देते हुए मिठाई भेंट की। बदले में पाक रेंजर्स के अधिकारी ने बीएसएफ के कमांडेंट को धन्यवाद कहते हुए उन्हें भी मिठाई भेंट की।
ईद पर न दी थी मिठाई, न मुबारकबाद
इससे पूर्व हाल ही के दिनों में निकली ईद पर वर्षों पुरानी परंपरा टूट गई थी। इस दिन आइसीपी पर भारत-पाक के सुरक्षा बलों के बीच मिठाई का आदान-प्रदान नहीं हुआ था। न ही किसी की तरफ से ईद की मुबारकबाद दी गई थी।
दिल्ली में मिला विपिन को इलाज
मेडिकल इमरजेंसी के चलते पाकिस्तान के लाहौर एयरपोर्ट पर उतरी तुर्की एयरलाइंस की फ्लाइट में सवार भारतीय युवक विपिन को इलाज नहीं मिला। कई घंटे बाद दिल्ली पहुंचने पर उसकी ट्रीटमेंट हुई। पीडि़त के साथ सफर कर रहे जालंधर के रहने वाले पंकज मेहता ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री को ट्वीट कर घटना की शिकायत की है। विपिन एक बीमा कंपनी में सेल्स मैनेजर है। कंपनी ने 10 अगस्त को उसे टूर पर तुर्की भेजा था। पंकज ने बताया कि 12 अगस्त रात करीब 8.30 बजे वे फ्लाइट से इस्तांबुल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुए। रात करीब एक बजे वह बेहोश हो गया। उसे उल्टी भी हुई।
इमरजेंसी देखते हुए पायलट ने 1.30 बजे प्लेन लाहौर एयरपोर्ट पर लैंड करवा दिया। लैंडिंग होते ही वहां पाकिस्तानी डॉक्टर आ पहुंचे। विपिन की हालत देख उन्होंने उसे अस्पताल में दाखिल करने की सलाह दी गई। पायलट ने पाकिस्तान के संबंधित अफसरों से बात की, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस प्रक्रिया में करीब 3 घंटे बर्बाद हो गए। फिर बताया गया कि पाक सरकार और इमीग्रेशन विभाग ने मरीज को उपचार देने से मना कर दिया है। 4.30 बजे पायलट ने प्लेन दिल्ली रवाना हुआ। सुबह 8.30 बजे प्लेन दिल्ली पहुंचा। इसके बाद उसे मेदांता अस्पताल पहुंचाया गया। उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
इधर दोनों देशों में दोस्ती की बात
दोनों मुल्कों की 95 प्रतिशत अवाम दोनों देशों में दोस्ती व अमन स्थापित किए जाने की पक्षधर हैं, केवल 5 प्रतिशत लोग ही नहीं चाहते कि दोनों देशों में शांति स्थापित हो। दोनों मुल्कों की अवाम को दोस्ती के उक्त प्रयास को आंदोलन का रूप देन चाहिए। यह फैसला हिंद-पाक दोस्ती मंच व अन्य संस्थाओं की तरफ से अमृतसर की पंजाब नाटशाला में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हुए 23 वें हिंद-पाक दोस्ती सम्मेलन में लिया गया। घोषणा-पत्र के तहत पाकिस्तान में इमरान खान के नेतृत्व वाली आगामी पाक सरकार तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार से नए खुशनुमा माहौल में फिर से बातचीत का दौर शुरू करने की अपील की गई है। सेमिनार में दोनों मुल्कों के बीच संभावित जंग का विरोध किया गया।
वरिष्ठ पत्रकार सतनाम मानक व ओम थानवी ने कहा कि दोनों मुल्कों के राजनीतिज्ञ व पाक में बैठे अलगाववादी नहीं चाहते कि शांति व सद्भाव पैदा हो। जबकि 95 प्रतिशत अवाम इसकी पक्षधर है। सेमिनार में उपस्थित बुद्धिजीवियों ने दोनो देशों की सरकार से अमृतसर और लाहौर में वीजा सेंटर खोलने की मांग की। मानक ने कहा कि दोनों पंजाब में व्यापार, सभ्याचार, आर्थिक तौर पर सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तान का वीजा कार्यालय अमृतसर में, जबकि भारत का वीजा दफ्तर लाहौर में खोला जाना चाहिए। लाहौर-अमृतसर में चल रही बसों का परिचालन तेज करना चाहिए। पत्रकारों, लेखकों, कलाकारों, डाक्टरों व अन्य वर्ग को खुलकर वीजा दिया जाना चाहिए।
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हिंसा व आतंकवाद पर अंकुश लगाए पाक
सेमिनार में मौजूद लोगों ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को जम्मू-कश्मीर में हिंसा व आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाना चाहिए। दोनों मुल्कों को मानवाधिकारों की रक्षा के साथ साथ अल्पसंख्यक वर्ग पर हो रहे अत्याचारों को बंदकर उनके अधिकारों की रक्षा यकीनी बनाई जानी चाहिए।