अमृतसर में बीएसएफ की बड़ी सफलता, दो अभियानों में 5 तस्कर गिरफ्तार; 10 किलो हेरोइन बरामद
पंजाब में नशा तस्करी को रोकने के लिए बीएसएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। दो अलग-अलग अभियानों में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया और दस किलोग्राम हेरोइन ब ...और पढ़ें
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पंजाब में बीएसएफ का नशा तस्करों पर शिकंजा, दस किलो हेरोइन जब्त।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पाकिस्तान द्वारा पंजाब को नशे के दलदल में भेजने का लगातार को कुप्रयास किया जा रहा है। पंजाब को नशे की जकड़न से बाहर निकालने के प्रयास में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी और पेशेवर दक्षता का परिचय दिया है।
बीएसएफ ने पंजाब सीमा पर दो अलग-अलग अभियानों में पांच नशा तस्करों को गिरफ्तार करते हुए लगभग दस किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। इस कार्रवाई से पाकिस्तान समर्थित नशा तस्करी नेटवर्क को एक और बड़ा झटका लगा है। बीएसएफ ने दोनों मामलों में तस्करों के कब्जे से मोबाइल फोन, वाहन और अन्य सामग्री भी जब्त की है।
बड़ी कार्रवाई अमृतसर जिले के बलडवाल गांव के निकट की गई। यह अभियान भी एक विशेष खुफिया इनपुट पर आधारित था। बीएसएफ इंटेलिजेंस विंग और एएनटीएफ अमृतसर ने संयुक्त रूप से जाल बिछाकर दो तस्करों को पकड़ लिया। इनसे आठ पैकेट हेरोइन (8.643 किलोग्राम), तीन मोबाइल फोन और एक कार बरामद हुई।
दोनों आरोपी अमृतसर जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं। एएनटीएफ की टीम उनसे पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह खेप कहां से आई और इसे आगे कहां भेजा जाना था। तड़के फाजिल्का जिले के तहलीवाला गांव में एक कर्रवाई में तीन तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
तलाशी के दौरान उनके पास से दो पैकेट हेरोइन किलोग्राम), एक मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। गिरफ्तार तस्कर फाजिल्का क्षेत्र के ही रहने वाले बताए जा रहे हैं। पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, हाल के दिनों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन, सुरंगों और मानव नेटवर्क के माध्यम से हेरोइन और हथियारों की तस्करी बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं। परंतु सीमा सुरक्षा बल की सतर्कता और कठोर कार्रवाई के चलते तस्करों के मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि पकड़े गए तस्करों से की जा रही पूछताछ के आधार पर आगे और गिरफ्तारियां भी संभव हैं। बीएसएफ ने स्थानीय नागरिकों से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दें। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि नशे के खिलाफ लड़ाई में लोगों का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि तस्कर अक्सर गांवों और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को लालच देकर इस गंदे धंधे में शामिल करते हैं।

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