पुस्तकें मानव जीवन में सर्वश्रेष्ठ मित्र : प्रो. लाल
पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने विश्व पुस्तक दिवस पर विद्यार्थी जीवन में पुस्तकों के महत्वपूर्ण प्रभाव पर प्रकाश डालते कहा कि पुस्तके ...और पढ़ें

संस, अमृतसर : पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने विश्व पुस्तक दिवस पर विद्यार्थी जीवन में पुस्तकों के महत्वपूर्ण प्रभाव पर प्रकाश डालते कहा कि पुस्तकें केवल ज्ञान का अपार भंडार ही नहीं बल्कि विश्व की भिन्न-भिन्न संस्कृतियों से भी परिचित करवाती है। पुस्तकें एक अच्छे मित्र की तरह जीवन में सर्वश्रेष्ठ स्थान रखती है, पुस्तकें ही आत्मविश्वास, आत्म सम्मान और आत्मनिर्भरता को जन्म देती है। पुस्तकें ही जीवन में मंजिलें मकसूद हासिल करने के लिए प्रेरणास्त्रोत की भूमिका निभाती है। संकट के समय जब दम भरने वाले मित्र साथ छोड़ जाते है, तो पुस्तकें ही एक मजबूत सहारा बनती है। विद्यार्थियों को अपने घर में एक छोटा सा पुस्तकालय बनाना चाहिए। चाहे उसमें चार-पांच पुस्तकें ही क्यों न हो, अभिभावकों का यह प्रथम कर्तव्य बनता है कि हर महीने बच्चों को एक नई पुस्तक खरीद कर दे, ताकि वह अपने ज्ञान में इजाफा कर सके। यद्यपि मोबाइल ने मानव जीवन का बहुत सारा हिस्सा अपनी तरफ आकर्षित कर लिया है, परंतु आज भी पुस्तकों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। विश्व में हर वर्ष 22 लाख के करीब पुस्तकें प्रकाशित होती है।

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