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पकड़े गए लश्‍कर आंतकियों के पंजाब में संपर्क सूत्र का पता करने जुटी में एजेंसियां, कई क्षेत्रों में जांच

पठानकोट में लश्‍कर-ए-तैयबा के एक और आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। उसके दो साथियों को दो दिन पकड़ा गया था। इसके बाद अमृतसर में सात संदिग्‍धों को हिरासत मं लिया गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 04:22 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jun 2020 02:07 PM (IST)
पकड़े गए लश्‍कर आंतकियों के पंजाब में संपर्क सूत्र का पता करने जुटी में एजेंसियां, कई क्षेत्रों में जांच
पकड़े गए लश्‍कर आंतकियों के पंजाब में संपर्क सूत्र का पता करने जुटी में एजेंसियां, कई क्षेत्रों में जांच

पठानकोट/अमृतसर, जेएनएन। लश्‍कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों के पकड़ जाने के बाद पठानकोट और अमृतसर व आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज हाे गया है। इन आतंकियों के संपर्क सूत्रों का पता लगाने के लिए रविवार को कई क्षेत्रों में जांच की गई। रविवार को सुबह से ही सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस विभिन्‍न स्थानों पर जांच जुटी हुई हैं।

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सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस लश्कर -ए - तैयबा  आतंकियों के  नशा  तथा पशु तस्करों के साथ तार तलाशे जा रहे हैं । पहले तस्करी के मामलों में काबू आरोपित पिछले दिनों कब-कब जम्मू-कश्मीर गए इसके रिकार्ड व उनके सूत्र संपर्क खंगाले जा रहे हैं। रविवार को खुफिया एजेंसियाें ने सीमावर्ती क्षेत्रों में व्‍यापक जांच-पड़ताल की। सूत्रों का कहना है कि यह पता चलाया जा रहा है आतंकी ट्रक लेकर कहां से गुजरे और किस-किस जगह पर इसे रोका गया  था ट्रक इसकी भी जांच भी की जा रही है।

उधर बताया जाता है कि गिरफ्तार लश्‍कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) ने पूछताछ में जो जानकारी दी है उससे स्‍पष्‍ट हो गया है कि पाकिस्‍तानी आतंकियाें और आइएसआइ ने पंजाब में अपना नेटवर्क स्‍थापित कर लिया है। इन आतंकियों के पकड़े जाने के बाद अमृतसर के सीमावर्ती इलाकों में ताबड़तोड़ छापे मारे गए और सात संदिग्‍धों को हिरासत में लिया गया है। आतंकियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पाकिस्‍तान से बमियाल और खेमकरण सेक्‍टर से होकर पंजाब में हथियार नशा तस्‍करों के माध्‍यम से भेजा जा रहा है। इसके बाद ये हथियार कश्‍मीर घाटी में भेजा जाता है।

खेमकरण सेक्‍टर होकर नशा तस्‍करों के माध्‍यम से हथियार भेज रहा है पाकिस्‍तान

बता दें कि पंजाब के पठानकोट में शनिवार को लश्‍कर-ए-तैयबा के एक और आतंकी (Terrorist) को गिरफ्तार किया गया। वह पठानकोट से होकर जम्‍मू-कश्‍मीर मेें जाने की की कोशिश कर रहा था। पकड़े गए आतंकी की पहचान जावेद अहमद भट्ट के रूप में हुई है। इससे पहले वीरवार को दो कश्‍मीरी आतंकियों को पठानकोट में हथियारों के साथ पकड़ा गया था। तीनों आतंकी पंजाब से कश्‍मीर घाटी हथियार ले जाने दो ट्रक लेकर आए थे। ये हथियार पाकिस्‍तान से आतंकियों ने नशा तस्‍करों के माध्‍यम से पंजाब में भेजे थे। उधर, अमृतसर में सात स‍ंदिग्‍धों को हिरासत में लिया गया है। बताया जाता हुआ है कि पूछताछ में खुलासा हुआ है आतंकियों से मिले हथियार खेमकरण सेक्‍टर से होकर पाकिस्‍तान से लाए गए थे।

पूरे मामले में खुलासा हुआ है कि पाकिस्‍तानी आतंकियों ने पंजाब में अपना पूरा नेटवर्क स्‍थापित कर लिया है। जावेद को शाम में पठानकोट की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। उधर, तीनों आतंकियों के पकड़े जाने के बाद पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा ने सीमावर्ती क्षेत्रों से श‍निवार शाम सात सदिग्‍ध लाेगों को हिरासत में लिया है। 

दो दिन पहले हथियार के साथ दो आतंकियों को किया गया था गिरफ्तार

वह वीरवार को गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों आमिर हुसैन वानी और वासिम हसन वानी का साथी है। 29 वर्षीय जावेद कश्मीर के शोपियां जिले के गांव शिरमल का रहने वाला है। वीरवार को गिरफ्तार किए गए आमिर व वासिम के साथ ही वह ट्रक लेकर कश्मीर से अमृतसर हथियारों की खेप लेने पहुंचा था।

दो साथी आतंकियों के पकड़े जाने पर जावेद अहमद भट्ट ट्रक लेकर कश्मीर भागने की फिराक में था

वह अपने साथियों के पकड़े जाने के बाद कश्‍मीर घाटी भागने की काेशिश कर रहा था। बता दें कि वीरवार कश्‍मीर के शोपियां के रहने वाले लश्‍कर ए तैयबा के आ‍तंकियों अमीर वानी और वसीम वानी को गिरफ्तार किया गया था। उनसे एके-47 राइफल, ग्रेनेड और कारतूस बरामद किया गया था। वे इसे आतंकी वारदात करने जम्‍मू-कश्‍मीर के अनंतनाग ले जा रहे थे।

इसी ट्रक से भागने की कोशिश कर रहा था जावेद मोहम्‍मद भट्ट।

जावेद अहमद भट्ट को पठानकोट पुलिस ने अमृतसर-जम्मू राजमार्ग पर धोबरा ब्रिज पर ट्रक में पकड़ा। आतंकी जावेद पठानकोट के मुख्य मार्ग की बजाय तारागढ़ से बमियाल सेक्टर से जम्‍मू-कश्‍मीर भागने का प्रयास में था। जावेद वीरवार को पहले पकड़े गए दोनों आतंकवादियों के बचपन का साथी है। तीनों लश्‍कर ए तैइबा के आतंकी हैं।

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ पंजाब में हथियारों की खेप भेज रही : डीजीपी

चंडीगढ़ में पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि कश्मीर के आतंकियों की गिरफ्तारी से इस बात के संकेत मिलते हैैं कि पाकिस्तान के आतंकियों ने पंजाब में अपना विस्तृत नेटवर्क बना लिया है। इंटेलिजेंस के ताजा इनपुट यह बताते हैैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ पंजाब में हथियारों की खेप भेजने के साथ ही आतंकियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश कर रही है। पाक से पंजाब में भेजे गए हथियार कश्मीर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के लिए ले जाने की साजिश सामने आ रही है।

आतंकी जावेद पहले जम्‍मू-कश्‍मीर में होमगार्ड जवान था, भाई अब भी होमगार्ड में

डीजीपी ने बताया कि पठानकोट में पकड़ा गया जावेद 2012 में जम्मू-कश्मीर होमगार्ड में तैनात था, लेकिन बाद में उसने नौकरी छोड़ दी। उसका भाई आरिफ अहमद भट्ट फिलहाल जम्मू-कश्मीर होमगार्ड में तैनात है। पुलिस ने जावेद को अमृतसर-जम्मू हाईवे पर ढोबरा ब्रिज के पास ट्रक (नंबर जेके-22-8711) के साथ गिरफ्तार किया है।

पठानकोट में पिछले दिनों पकड़े गए गए आतंकी आमिर हुसैन वानी और वासिम हसन वानी।

पाकिस्तान सीमा से लगते बमियाल सेक्टर के ग्रामीण रास्तों से होकर वह जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने के प्रयास में था। जैसे ही धोबरा ब्रिज पर पहुंचा तो पुलिस ने उसे घेर लिया। उसने भागने का भी प्रयास किया। आमिर व वासिम का वह बचपन का दोस्त है। तीनों आतंकी पिछले दो-तीन साल से दिल्ली, अमृतसर व जालंधर से ट्रांसपोर्ट का काम करते थे। इस व्यापार के बहाने वे कश्मीर में आतंकियों तक हथियार भी पहुंचाते थे।

जावेद को अमृतसर में रुकने को कहा था

डीजीपी के अनुसार जावेद, आमिर व वासिम दो ट्रक लेकर एक साथ अमृतसर आए थे। 11 जून को अमृतसर में सब्जी मंडी के नजदीक वल्लाह रोड से हथियारों की खेप मिलने के बाद आमिर व वसीम कश्मीर लौट रहे थे तो उन्हें पठानकोट में नाके पर गिरफ्तार किया गया। दोनों ने जावेद को अमृतसर में ही रुकने को कहा था। यहां से उसे बाद में सप्लायर से हथियार लेकर आने थे, लेकिन जैसे ही दोनों आतंकी पुलिस की पकड़ में आए तो जावेद गुपचुप कश्मीर घाटी में लौटने की फिराक में था। डीजीपी का कहना है कि तीनों आतंकियों के अन्य संपर्कों की जांच के लिए उनसे पूछताछ जारी है।

अप्रैल में गिरफ्तार हुआ था हिलाल

उल्लेखनीय है कि पुलिस ने वीरवार को आमिर हुसैन वानी और वासिम हसन वानी के पास से दस हैंड ग्रेनेड, एक एके-47, दो मैगजीन और 60 ङ्क्षजदा कारतूस बरामद किए थे। उससे पहले बीती 25 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने हिलाल अहमद वागे को गिरफ्तार किया था जो कश्मीर में मारे गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज अहमद नायकू के निर्देशों पर काम करता था। अमृतसर से ड्रग मनी ले जाने के लिए हिलाल अहमद ने भी ट्रक का प्रयोग किया था।

बता दें कि वीरवार को पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पा‍किस्‍तान की कुख्‍यात खुुफिया एजेंसी आइएसआइ कश्‍मीर में हथियार भेजने के लिए पंजाब काे जरिया बना रहा है। पाकिस्‍तानी से तस्‍करी के माध्‍यम से पंजाब के नशा तस्‍करों को हथियार भेजे जा रहे हैं और इसके बाद इन्‍हें कश्‍मीर घाटी पहुंचाने की कोशिश की जाती है।

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पठानकोट में आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद अमृतसर से सात संदिग्ध हिरासत में

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों आमिर हुसैन वानी, वसीम हसन वानी व जावेद अहमद भट की गिरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा ने शनिवार की शाम पाकिस्तान के साथ लगते सीमावर्ती क्षेत्रों से सात संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पता चला है कि आतंकियों से प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को इनपुट मिले हैं कि लश्कर के आतंकियों के खालिस्तानी आतंकियों और तस्करों से गहन संबंध हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों के तस्करों के माध्यम से ही पठानकोट में आतंकियों से मिले हथियार अजनाला और खेमकरण सेक्टर के रास्ते सीमा पार से भारत पहुंचे थे।

हिरासत में लिए गए लोगों में से तीन कुख्यात तस्कर व आइएसआइ एजेंट  रंजीत सिंह उर्फ चीता के नजदीकी बताए जा रहे हैं। खुफिया शाखा के एक बड़े अफसर ने बताया कि तीनों को चीता की गिरफ्तारी के दौरान भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। सभी से अमृतसर के ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर (जेआइसी) में पूछताछ की जा रही है।

बताया जा रहा है कि जम्मू कश्मीर पुलिस के कुछ अफसर भी आतंकियों से पूछताछ के लिए पहुंच चुके हैं। जेआइसी में तीनों आतंकियों से पूछताछ होनी है, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को भांपते हुए तीनों को किसी सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। तीनों आतंकियों से पूछताछ के लिए एनआइए व आइबी के अधिकारी अमृतसर स्थित जेआइसी में पहुंच चुके हैं। आतंकियों के कोरोना टेस्ट के लिए सैैंपल भी लिए गए हैैं और रिपोर्ट का इंतजार है।

खेमकरण सेक्टर से हथियार आने की आशंका

सुरक्षा एजेंसियां ने आशंका जताई है कि पठानकोट में पकड़े गए हथियार खेमकरण सेक्टर के रास्ते भारत पहुंचे हैं। अक्टूबर 2019 मेें भी ड्रोन के माध्यम से हथियार भिखीविंड के पास उतारे गए थे। हालाकि बीएसएफ की गश्त उक्त क्षेत्र में बढ़ाई जा चुकी है, लेकिन रावी दरिया के घुमावदार रास्ते और उपजाऊ खेत दोनों देशों के तस्करों के लिए हथियार व हेरोइन को ठिकाने लगवाने में काफी सुरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि आमिर हुसैन वानी व वसीम हसन वानी से हैंड ग्रेनेड, एके-47 सहित मैगजीन व कारतूस बरामद किए गए थे।

आतंकियों से मिले हैैंड ग्रेनेड की क्षमता की जांच

खुफिया एजेंसी के एक अफसर ने बताया कि लश्कर के आतंकियों से मिले दस हैैंड ग्रेनेड और अमृतसर के राजासांसी से जून-2019 में मिले दो हैैंड ग्रेनेड को लेकर सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं। पता लगाया जा रहा है कि इन हैैंड ग्रेनेड की नुकसान करने की कितनी क्षमता है। नवंबर 2018 में राजासांसी के अदलीवाल में निरंकारी भवन पर हुए ग्रेनेड हमले से भी तार जोड़े जा रहे हैैं। यह हमला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकियों ने किया था।

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