अमृतसर में एक ही हफ्ते के अंदर चाचा-भतीजे की दर्दनाक मौत, बाढ़ के दौरान हो गए थे बीमार
अमृतसर के गांव जल्लोके हथाड़ में बाढ़ के कारण एक सप्ताह में चाचा-भतीजे की मौत हो गई। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की चार एकड़ जमीन पानी में डूब गई थी। सविंदर सिंह और उनके भतीजे अर्शदीप सिंह बाढ़ के बाद बीमार हो गए जिससे उनकी मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने सरकार से पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करने की गुहार लगाई है।

संवाद सूत्र, पट्टी (अमृतसर)। दरिया ब्यास व सतलुज के संगम स्थान हरिके पत्तन हेडवर्क्स समीप गांव जल्लोके हथाड़ में एक सप्ताह के दौरान चाचा-भतीजा की मौत हो गई। यह दोनों बाढ़ के दौरान बीमार हो गए थे। आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार से संबंधित सविंदर सिंह व उनके भतीजे अर्शदीप सिंह की चार एकड़ जमीन पानी की मार में आ गई थी। इसके चलते परिवार परेशान था।
ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उक्त परिवार की आर्थिक मदद की जाए। पट्टी के अंतर्गत आते गांव जल्लोके हथाड़ के सरपंच चैंचल सिंह फौजी ने बताया कि किसान कार्ज सिंह के भाई सविंदर सिंह ने अपना विवाह नहीं करवाया था। वह अपने भाई व भतीजों के साथ हथाड़ क्षेत्र में आती चार एकड़ जमीन पर खेती करता था।
उक्त जमीन पर धान की फसल को स्प्रे किया गया। इसके बाद पूरा क्षेत्र बाढ़ के प्रभाव में आया। सविंदर सिंह अचानक बीमार पड़ गया, जिसकी 13 सितंबर को मौत हो गई। सुरिंदर सिंह का भतीजा अर्शदीप सिंह रविवार को बीमार होते ही मौत के मुंह में चला गया।
अर्शदीप सिंह के भाई आकाशदीप सिंह, रिश्तेदार सुखदेव सिंह प्यारा सिंह, हरप्रीत सिंह, राज सिंह ने बताया कि चाचा-भतीजा की बीमार होने से मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। अर्शदीप सिंह के पिता कार्ज सिंह वृद्धअवस्था में हैं।
खेती वाली जमीन अभी पानी की मार में है। सरकार को चाहिए कि पीड़ित परिवार की आर्थिक तौर पर मदद की जाए। परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि परिवार को योग्य मुआवजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
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