गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब जी के पावन सरोवर की कार सेवा में उमड़ा सैलाब
पुत्रा दे दानी के नाम से जाने जाते बाबा बुड्ढा साहिब जी के एतिहासिक गुरुद्वारा बीड़ साहिब जी के पावन सरोवर की कार सेवा सिख कौम ने कर नया इतिहास रच दिया। ि
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पुत्रा दे दानी के नाम से जाने जाते बाबा बुड्ढा साहिब जी के एतिहासिक गुरुद्वारा बीड़ साहिब जी के पावन सरोवर की कार सेवा सिख कौम ने कर नया इतिहास रच दिया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने सरोवर की कार सेवा के लिए संत बाबा कश्मीर सिंह को तीन माह का समय दिया था, परंतु संगतों के उत्साह ने एक ही दिन में कार सेवा पूरी कर ली। 1947 में कार सेवा के महान संत बाबा खड़क सिंह ने गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब में पावन सरोवर की खुदाई शुरू की थी। तीन वर्ष बाद 1950 में पावन सरोवर मुकम्मल हुआ। पावन सरोवर की लंबाई 230, चौड़ाई 232 और गहराई 18 फीट है। वर्ष 2000 में एसजीपीसी द्वारा पावन सरोवर की कार सेवा करवाई गई थी। शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष भाई गोबिंद सिंह लौगोंवाल ने पावन सरोवर की कार सेवा की जिम्मेदारी कार सेवा संत बाबा कश्मीर सिंह भूरी वालों को सौंपी गई। शनिवार को पावन सरोवर की कार सेवा का आरंभ श्री अकाल तख्त साहिब जी के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, एसजीपीसी अध्यक्ष भाई गोबिंद सिंह लौगोंवाल व विभिन्न धार्मिक सख्शियतों की मौजूदगी में पांच प्यारों ने शुरू की। सरोवर की कार सेवा के लिए देश विदेश से लाखों की तदाद में संगत पहुंची। पावन सरोवर से मिट्टी निकालने की सेवा संगतों द्वारा एक ही दिन में कर दी गई। गुरुद्वारा बीड़ साहिब जी के मैनेजर जगजीत सिंह सांघणा, हेड ग्रंथी निशान सिंह गंडीविंड ने बताया कि संगतों ने कार सेवा में नया इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिन में सरोवर के चारों और सीढि़यों की सेवा मुकम्मल की जाएगी।
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