अमृतसर: हत्या के 26 दिन बाद भी आरोपितों पर दर्ज नहीं FIR, न्याय की गुहार लगाकर युवक की मां ने मांगा इंसाफ
अमृतसर में एक महीने पहले मिले आकाशदीप के शव के मामले में परिवार ने पुलिस पर ढिलाई का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि आकाशदीप 24 सितंबर को घर से निकला था और बाद में उसकी लाश मिली। उन्होंने हैप्पी और दीपू पर हत्या की धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

अमृतसर में एक महीने पहले मिले आकाशदीप के शव के मामले में परिवार ने पुलिस पर ढिलाई का आरोप लगाया (फोटो: जागरण)
संवाद सहयोगी, अमृतसर। पिछले महीने घनुपुर काले पुल के पास मिली लाश को लेकर मृतक के परिवार ने छेहरटा पुलिस के खिलाफ ढीली कार्रवाई को लेकर उच्च अधिकारियों से इंसाफ की मांग की है।
पूजा ने बताया कि उसका भाई आकाशदीप सिंह हैप्पी कबाड़ का काम करता था। 24 सितंबर की दोपहर को वह मामा के जमाई के घर जाने का कहकर घर से चला गया था, तीन दिन तक न लौटने पर मां 27 सितंबर को भाई को लेने उनके घर गई। मामा की लड़की पलक तथा हैप्पी ने उन्हें आकाशदीप को कुछ दिन वहीं रहने देने का आग्रह किया, जिस पर वह घर लौट आई।
जब भी आकाशदीप सिंह से बात करने के लिए इनसे संपर्क किया तो उक्त लोगों ने कोई बात नहीं करवाई बल्कि इधर-उधर काम गए का बहाना लगाते रहे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 29 सितंबर की देर शाम हैप्पी तथा दीपू नशे में उसके भाई को ढूंढ़ते हुए उनके घर आए जहां पर आकाशदीप के न मिलने पर उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर आकाशदीप ने उनका चोरी किया मोबाइल नहीं लौटाया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।
30 सितंबर को सुबह साढ़े नौ बजे इलाके के लोगों से पता चला कि घन्नुपुर पुल नजदीक गंदे नाले से पुलिस को आकाशदीप की लाश मिली है। इस बारे में थाना छेहरटा के एसएचओ विनोद शर्मा का कहना है कि दोनों पार्टियों को शनिवार को बुलाया गया था। मामले की जांच की जा रही है। शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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