अमृतसर में दशहरा पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज, मेजर जनरल बोले 'जैसे फोड़ा पाकिस्तान वैसे ही फटा रावण'
अमृतसर में दशहरा उत्सव के दौरान मेजर जनरल कार्तिक शेषाद्रि ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह भारत ने पाकिस्तान को जवाब दिया उसी तरह रावण का दहन हुआ। उन्होंने युवाओं से राम के आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया और समाज में सत्य और धर्म का पालन करने का संदेश दिया। कार्यक्रम में रावण मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। मेजर जनरल कार्तिक शेषाद्रि ने कहा कि जिस प्रकार आपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने पाकिस्तान को फोड़ा, दशहरा उत्सव पर रावण भी वैसे ही फटा है। पाकिस्तान समर्थित आंतकियों ने पुलवामा में निर्दोष लोगों की हत्या की, तो भारत ने इसका कड़ा उत्तर दिया।
15 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग) मेजर जनरल कार्तिक शेषाद्रि वीरवार को श्री दुर्ग्याणा तीर्थ द्वारा आयोजित दशहरा कार्यक्रम के दौरान संबोधित कर रहे थे। दशहरा ग्राउंड में आयोजित इस कार्यक्रम में मेजर जनरल ने पाकिस्तान की तुलना रावण से की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिा, उसी तरह हमने असत्य के प्रतीक रावण का भी आज दहन किया है।
श्री दुर्ग्याणा कमेटी की ओर से दशहरा ग्राउंड में दशहरा उत्सव पूरी भव्यता और उल्लास के साथ मनाया गया। रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के विशाल पुतलों का दहन किया गया। इस मौके पर श्री दुर्ग्याणा कमेटी की अध्यक्ष प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि रावण को जलाने से पहले हमें अपने भीतर झांकना चाहिए।
जब तक हमारे अंदर लोभ, मोह, अहंकार और क्रोध जैसे विकार मौजूद हैं, तब तक हम सच्चे अर्थों में विजयदशमी नहीं मना सकते। समाज को बेहतर बनाने के लिए पहले हमें खुद ''राम'' बनना होगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम, भरत और लक्ष्मण जिनके आदर्श नहीं उन्हें स्वयं ही रावण दहन से परहेज करना चाहिए।
महिलाओं के नाम पर गालियां देने वाले भी रावण को दहन करने का अधिकार नहीं रखते। देश के संतजनों, महामंडलेश्वरों, शंकराचार्य जी तक भी मेरी यह प्रार्थना है कि जिनके मुंह में बहन बेटी के लिए अपशब्द, अपमानजनक गालियां भरी हैं उनको अपने आश्रम में भी न आने दें। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और सत्य, धर्म, और सेवा को अपनाएं।
इस आयोजन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं, जिसमें बच्चों और युवाओं ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों को मंच पर जीवंत किया। राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान और रावण की भूमिका निभा रहे पात्रों ने दर्शकों का मन मोह लिया। जैसे ही राम ने अग्निबाण से रावण के पुतले का वध किया, पूरा मैदान जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।
इस मौके पर पूर्व उपमुख्यमंत्री ओमप्रकाश सोनी, सांसद गुरजीत सिंह औजला, डा. राजकुमार वेरका, अश्विनी पन्नू, जुगल किशोर शर्मा, विधायक डा. अजय गुप्ता, मेयर जतिंदर सिंह मोती भाटिया, सीनियर डिप्टी मेयर प्रियंका शर्मा, डा. राम चावला, सुखजिंदर सिंह पिंटू, डा. राकेश शर्मा, गिरिराज सेवा दल से कर्ण कपिला, शिव, संजय मेहरा, सूरज बब्बर, मैनेजर अनिल शर्मा, बिमल अरोड़ा, विजय खन्ना, रोहित खन्ना, सुरिंदर भंडारी, विक्की चीदा, टीनू राजपूत, माला चावला आदि उपस्थित थे।
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