Amritsar News: गांव खानकोट सरदारा वाला में दूषित पानी पीने से फैला डायरिया, दो लोगों की हुई मौत
अमृतसर के गांव खानकोट सरदारा वाला में दूषित पानी पीने से डायरिया फैल गया है जिससे दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग बीमार हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव में डेरा डालकर मरीजों का इलाज कर रही हैं और पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। ग्रामीणों ने दूषित पानी की शिकायत की थी लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।

जागरण संवाददाता,अमृतसर। गांव खानकोट सरदारा वाला में दूषित पानी पीने से डायरिया फैल गया है। इस बीमारी की चपेट में आकर अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग बीमार हैं। गांव में अचानक बढ़े डायरिया के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। विभागीय टीमें गांव में डेरा डालकर मरीजों का इलाज कर रही हैं।
नल में आ रहा था गंदा पानी
ग्रामीणों के अनुसार पिछले कई दिनों से नल के पानी में बदबू और गंदगी की शिकायत आ रही थी, लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। शिकायत करने के बावजूद पेयजल सप्लाई की स्थिति में कोई सुधार नहीं किया गया। नतीजा यह हुआ कि दूषित पानी पीने से गांव में डायरिया की महामारी जैसी स्थिति बन गई।
गांव में लगाया गया आपातकालीन मेडिकल कैंप
स्वास्थ्य विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव में आपातकालीन मेडिकल कैंप लगाया है। डाक्टरों की टीम घर-घर जाकर मरीजों का इलाज कर रही है। जिनकी हालत गंभीर है उन्हें सरकारी अस्पताल रेफर किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने गांव से पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे हैं।
इस बीच गांव के लोगों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है। उनका कहना है कि वर्षों से जल आपूर्ति व्यवस्था की अनदेखी की जा रही है। कई बार गांव में साफ पानी उपलब्ध कराने की मांग उठाई गई लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हर बार केवल अस्थायी उपाय किए जाते हैं और घटना घट जाने के बाद ही प्रशासन सक्रिय होता है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
मौके पर पहुंची सिविल सर्जन डॉक्टर किरनजीत कौर ने बताया कि अब तक दो मौतें हुई हैं यहां डायरिया फैलने का मुख्य कारण दूषित पानी है पानी के सैंपल लिए गए हैं ग्रामीणों को दवाइयां दी जा रही हैं। प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि फिलहाल केवल उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं।
गांव में दो लोगों की मौत से मातम पसरा हुआ है। प्रभावित परिवारों का कहना है कि यदि समय रहते विभाग ध्यान देता तो हालात इतने खराब न होते।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।