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    गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर स्वर्ण मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, दीप माला और आतिशबाजी की तैयारियां

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 02:09 PM (IST)

    अमृतसर आज गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर भक्ति में डूबा है। श्री हरमंदिर साहिब में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। गुरुद्वारों को फूलों और रोशनी से सजाया गया है। स्वर्ण मंदिर का प्रतिबिंब सरोवर में अद्भुत है। शाम को दीप माला और आतिशबाजी होगी जिसमें एक लाख दीये जलाए जाएंगे।

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    गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व पर स्वर्ण मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। गुरु नगरी अमृतसर आज पूरी तरह भक्ति के रंग में रंगी नजर आ रही है। सिख पंथ के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी का प्रकाश पर्व बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही श्री हरमंदिर साहिब में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। देश-विदेश से आई संगतें गुरु साहिब के दर्शन के लिए कतारों में खड़ी हैं।

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    शहर के मुख्य मार्गों और गुरुद्वारों को फूलों, झालरों और रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया गया है। स्वर्ण मंदिर का प्रतिबिंब सरोवर में ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो पूरा वातावरण गुरु की महिमा से आलोकित हो गया हो। श्रद्धालु इस दृश्य को अपने मोबाइल में कैद करते नजर आ रहे हैं।

    संध्या के समय दीप माला और आतिशबाजी से शहर का नजारा और भी भव्य हो जाएगा। श्रद्धालुओं द्वारा घी के एक लाख दीये प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। चारों ओर फैली दीयों की रोशनी और आसमान में चमकती आतिशबाजी का दृश्य हर किसी को मंत्रमुग्ध करेगा।

    दिनभर गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में राग दरबार और शब्द कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है, जहां प्रसिद्ध रागी जत्थे राग आधारित कीर्तन कर रहे हैं। साथ ही श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब में भी विशेष साज-सज्जा की गई है।

    इस पावन अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने संगतों को प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गुरु रामदास जी का जीवन त्याग, सेवा और प्रेम का आदर्श उदाहरण है।

    उन्होंने जो निस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया, वही आज मानवता का सच्चा पथ है। गुरु रामदास जी के उपदेशों की सुगंध से आज अमृतसर का हर कोना महक रहा है। पूरा शहर गुरु भक्ति और आनंद के वातावरण में डूबा हुआ है।