दुबई से 56 वर्षिय व्यक्ति का शव अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा, दिल का दौरा पड़ने से हुई थी मौत
56 वर्षीय सुरिंदर पाल, जो होशियारपुर के रहने वाले थे, का शव दुबई से अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचा। उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। सरबत दा भला ...और पढ़ें

मृतक सुरिंदरपाल।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब के होशियारपुर जिले की तहसील गढ़शंकर के गांव लहिरा निवासी सुरिंदर पाल (56) का शव वीरवार को दुबई से अमृतसर के श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचा। कुछ दिन पहले उनकी हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद से परिवार उनके शव को भारत लाने के प्रयास में जुटा था।
सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट उनकी मदद के लिए आगे आया और शव को भारत लाने की प्रक्रिया को शुरू किया। एंबुलेंस सेवा के माध्यम से मृतक से ये देह को उनके पैतृक गांव लहिरा तक भी सम्मानपूर्वक भेजी गई। शव के गांव पहुंचते ही परिवार में मातम छा गया और शोक की लहर दौड़ गई।
सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक एवं दुबई के प्रसिद्ध उद्योगपति डॉ. एस.पी. सिंह ओबराय ने बताया कि सुरिंदर पाल पिछले करीब दस वर्षों से दुबई में मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। बीती 6 दिसंबर को दुबई में अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके चलते उनका निधन हो गया।
दुबई में कंपनी में करते थे काम
परिजनों ने बताया कि सुरिंदर पाल एक निजी कंपनी में कार्यरत थे। उनके निधन के बाद संस्था ने संबंधित कंपनी की ओर से सभी औपचारिकताएं पूरी कर शव को भारत भेजने की व्यवस्था की गई। वीरवार को शव अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा, जहां शोकाकुल परिजन पहले से मौजूद थे।
इस मौके पर ट्रस्ट के पंजाब प्रधान सुखजिंदर सिंह हेर और महासचिव मनप्रीत सिंह संधू ने स्वयं मौजूद रहकर ट्रस्ट की मुफ्त एंबुलेंस सेवा के जरिए शव को गांव तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाई।
आर्थिक मदद भी करेगी संस्था
ट्रस्ट पदाधिकारियों ने बताया कि सुरिंदर पाल के परिवार की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी ली जा रही है। जांच के बाद यदि परिवार को आवश्यकता हुई तो सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से उन्हें मासिक पेंशन समेत अन्य सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि परिवार को भविष्य में किसी तरह की आर्थिक परेशानी न हो।
इस दौरान मृतक के पुत्र हर्शदीप, भांजा करमवीर, जीजा राम गोपाल, भतीजा सौरव, सांढू कुलराज मोहम्मद सहित अन्य रिश्तेदार और गांववासी मौजूद रहे। सभी ने ट्रस्ट द्वारा किए गए इस मानवीय प्रयास की सराहना की और आभार व्यक्त किया।

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