'CM के दावेदार होंगे अमृतपाल, इसलिए नहीं आने दिया जा रहा बाहर', पिता बोले- उसे कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार होगी
अमृतपाल पर एनएसए की अवधि बढ़ने पर पिता तरसेम सिंह ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि अमृतपाल को कोई नुकसान हुआ तो सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने एनएसए को लोकतंत्र का हनन बताया और कहा कि अमृतपाल को सांसद बनने से रोका जा रहा है। तरसेम सिंह ने अकाल तख्त साहिब और एसजीपीसी से सिखों के लिए आवाज उठाने की अपील की।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। खालिस्तान समर्थक व कट्टरपंथी अमृतपाल पर लगा एनएसए एक वर्ष के लिए और बढ़ाने के निर्णय पर उसके पिता तरसेम सिंह ने कहा कि यदि अमृतपाल को किसी प्रकार का नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेवार सरकार होगी।
अमृतपाल पर एनएसए बढ़ा लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने जैसा है। अमृतपाल पर गैरकानूनी तरीके से जुल्म किया जा रहा है। सांसद बनकर अमृतपाल लोगों की आवाज उठाना चाहता है, लेकिन उस पर एनएसए लगाकर उसे रोका जा रहा है। यह सब कुछ केंद्र व पंजाब सरकार मिलकर कर रही हैं।
रविवार को पत्रकारों से बातचीत में तरसेम सिंह ने कहा कि अमृतपाल के राजनीति में आने से सरकारें डरी हुई हैं। सरकारें लोगों को मजबूर कर रही हैं कि वे गलत रास्ता अपनाएं। पंजाब में पिछले दो वर्षों में अपराध बढ़ा है। ऐसा कोई दिन नहीं गया जब हत्या या अपराध न हुआ हो। सरकार को अपनी जिम्मेदारी का अहसास तक नहीं।
अकाली दल को उठानी चाहिए आवाज
तरसेम सिंह ने कहा कि आने वाले समय में अमृतपाल मुख्यमंत्री के दावेदार होंगे। यही कारण है कि इन्हें जेल से बाहर नहीं आने दिया जा रहा। मैं लोगों से अपील करता हूं कि सभी एक हों। अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी को चाहिए कि वह भी एक मंच पर आएं। सिखों पर जो अत्याचार हो रहे हैं उसके लिए अकाली दल को भी आवाज उठानी चाहिए।
बता दें कि अजनाला थाने पर हमले के आरोपित अमृतपाल को डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। एक साल का एनएसए खत्म होने के बाद अब उस पर 23 अप्रैल से फिर से एनएसए लागू होगा।
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