Akhilesh Yadav: बसपा मुखिया के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा पर अखिलेश बोले- भाजपा से अंदरूनी सांठगाठ
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार नहीं चाहती थी कि मैं रामपुर जाऊं। उन्होंने कहा कि आजम खां से अच्छी मुलाकात हुई और हमेशा होगी। बरेली घटना में सरकार की विफलता हैं, सरकार ने जानबूझ कर बरेली में बवाल कराया। बरेली के डीएम तो अंबेडकरनगर के कटेहरी विधानसभा चुनाव को सपा को हरवाकर बरेली पहुंचे हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के 19वें परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित रैली में बसपा अध्यक्ष मायावती के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करने पर अखिलेश यादव ने तंज कसा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में मीडिया को संबोधित किया।
बसपा की रैली में मायावती के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इंतजाम को सराहने पर अखिलेश यादव ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इसका तो यह मतलब है कि अंदरूनी सांठ-गांठ अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि मायावती जुल्म करने वालों की आभारी हैं, इसलिए मैं कह रहा हूं कि दोनों दलों में अंदरूनी मिलीभगत है।
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार नहीं चाहती थी कि मैं रामपुर जाऊं। उन्होंने कहा कि आजम खां से अच्छी मुलाकात हुई और हमेशा होगी। बरेली घटना में सरकार की विफलता हैं, सरकार ने जानबूझ कर बरेली में बवाल कराया। बरेली के डीएम तो अंबेडकरनगर के कटेहरी विधानसभा चुनाव को सपा को हरवाकर बरेली पहुंचे हैं। कानपुर के अखिलेश दुबे प्रकरण में बड़े अफसरों में झगड़ा हैं, इसी कारण कार्रवाई में सिर्फ मुस्लिमों की सूची बन रही। प्रदेश में थानों की पोस्टिंग में भी भेदभाव हो रहा है। थानों में पीडीए के लोग तैनात नहीं हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता में कहा कि देश के मुख्य न्यायाधीश पर कोर्ट में जूता फेंकने वाला तो भारतीय जनता पार्टी का साथी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने उत्तर प्रदेश में सात वर्ष में एक भी नया काम नहीं किया है। किसान खाद के लिए परेशान है तो गांव के लोगों की रातें अंधेरे में कट रही हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने लखनऊ में गोमती नदी के किनार रिवर फ्रंट बनवाया, जहां पर भाजपा सरकार ने कई बार बड़े आयोजन भी किए। भाजपा सरकार तो नाले पर रिवर फ्रंट बना रही है। अकबरनगर से गरीबों को हटाकर नाले के किनारे पार्क बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग बुलडोजर संस्कृति के खिलाफ हैं। अकबरनगर से गरीबों को हटाकर सरकार को क्या मिला।
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