Nirbhaya Case: दोषियों को फांसी देने के लिए यूपी से आएंगे दो 'जल्लाद', ADG ने लगाई मुहर
2012 Delhi Nirbhaya case निर्भया मामले में चारों दोषियों को जल्द फांसी देने की अटकलों के बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश सरकार से दो जल्लाद देने की मांग की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। 2012 Delhi Nirbhaya case: निर्भया मामले में चारों दोषियों को जल्द फांसी देने की अटकलों के बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर दो जल्लाद देने की मांग की है। जेल प्रशासन ने कहा कि दो जल्लादों को शॉर्ट नोटिस पर तैयार रखा जाए ताकि जरुरत पड़ने पर उन्हें तुरंत दिल्ली बुलाया जा सके।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (जेल) आनंद कुमार ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि उनका विभाग तिहाड़ जेल को शॉर्ट नोटिस पर दो जल्लाद उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, तिहाड़ प्रशासन से इस संबंध में फैक्स के माध्यम से 9 दिसंबर को अनुरोध मिला था। हालांकि, पत्र में दोषियों को फांसी कब दी जाएगी इसका कोई उल्लेख नहीं किया गया है। आनंद ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि तिहाड़ जेल में फांसी देने के लिए कोई जल्लाद नहीं है। वहां पर फांसी की सजा पाए चार कैदी जेल में बंद हैं।
लखनऊ और मेरठ से दिल्ली आएंगे जल्लाद!
आनंद कुमार ने कहा कि उनके पास दो जल्लाद हैं। एक लखनऊ में है जबकि दूसरा मेरठ में। ये दोनों जल्लाद फांसी देने का कार्य करते हैं। माना जा रहा है कि लखनऊ और मेरठ के जल्लादों को जरुरत पड़ने पर दिल्ली की तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को फांसी देने के लिए भेजा जा सकता है।
निर्भया की मां ने लिखा था राष्ट्रपति को पत्र
तिहाड़ जेल प्रशासन ने पत्र ऐसे समय में लिखा है जब चारों दोषियों विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर, मुकेश सिंह और पवन गुप्ता को जल्द फांसी होने की अटकलें मीडिया में चल रही हैं। वहीं निर्भया की मां ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर दोषी विनय शर्मा की दया याचिका खारिज करने की मांग की है। जबकि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने भी अभी हाल में ही राष्ट्रपति को पत्र लिखकर दोषियों की दया याचिका खारिज करने की मांग की थी।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि दिल्ली के वसंत विहार इलाके में 16 दिसंबर को चलती बस में 23 साल की एक छात्रा के साथ छह लोगों ने दुष्कर्म किया था। छात्रा की इलाज के दौरान सिंगापुर में मौत हो गई थी। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मामला चला। छह में से एक आरोपित ने तिहाड़ जेल में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी जबकि एक अन्य आरोपित नाबालिग था। इसे बाल सुधार गृह में भेज दिया गया था। बाकी बचे चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई। इन चारों में से एक विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दया याचिका दाखिल की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से विनय की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की है।
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