Bharat Jodo Yatra की तैयारियों का जायजा लेने जम्मू पहुंचे दिग्विजय सिंह, जम्मू–कश्मीर में यात्रा का अंतिम चरण
Bharat Jodo Yatra In Jammu राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम चरण के दौरान जम्मू और कश्मीर में आठ दिन बिताएंगे। जम्मू यात्रा को लेकर पूर्व मुख्यमंत ...और पढ़ें

जम्मू, एजेंसी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जम्मू-कश्मीर में पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' मार्च की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को यहां पहुंचे। कांग्रेस के अनुसार, कन्याकुमारी से राहुल गांधी की अगुवाई वाली यात्रा के जनवरी के तीसरे सप्ताह में केंद्र शासित प्रदेश में प्रवेश करने की संभावना है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने बताया कि यात्रा की तैयारियों को देख रहे राज्यसभा सदस्य सिंह का पूर्व मंत्री योगेश साहनी के नेतृत्व में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जम्मू हवाईअड्डे पर स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भानु चिब और सेवा दल के प्रमुख साहिल सिंह लंगेह भी हवाईअड्डे पर मौजूद थे।
राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम चरण के दौरान जम्मू और कश्मीर में आठ दिन बिताएंगे। यह यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी।
21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करेगी यह यात्रा
यह यात्रा बूंदी पहुंचने से पहले झालावाड़ और कोटा जिलों को कवर कर चुकी है और सवाई माधोपुर, दौसा और अलवर जिलों से गुजर रही है। राजस्थान एकमात्र कांग्रेस शासित राज्य है जहां यात्रा प्रवेश कर चुकी है और 21 दिसंबर को हरियाणा में प्रवेश करने से पहले 17 दिनों में लगभग 500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
7 सितंबर को शुरू हुई थी भारत जोड़ो यात्रा
कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा अपने 3,570 किलोमीटर के मार्च में 2,355 किलोमीटर की और दूरी तय करेगी। यह अगले साल कश्मीर में खत्म हो जाएगा। कांग्रेस ने पहले एक बयान में दावा किया था कि यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा पैदल मार्च का सबसे लंबा मार्च है।
भारत जोड़ो यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है और अब राजस्थान में प्रवेश कर चुकी है।
यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी जो श्रीनगर में संपन्न होगी
यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी जो श्रीनगर में संपन्न होगी। इसमें पार्टी का कोई एजेंडा नहीं है। तीन आम मुद्दे लेकर राहुल गांधी यात्रा पर निकले हैं। इसमें नफरत की राजनीति को मिटाना, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे शामिल हैं। इस यात्रा के दौरान पार्टी का झंडा नहीं, बल्कि देश का ध्वज लिया गया है। अन्याय और उपेक्षा का शिकार लोग राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होकर उत्साह बढ़ा रहे हैं। पाटिल ने कहा कि जम्मू कश्मीर में राहुल गांधी का भाषण सबसे अच्छा होगा।

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