कासगंज हिंसा पर बोले कटियार, पाक समर्थकों ने की हिंसा; मारा गया एक देशभक्त
भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य तथा फायर ब्रांड नेता विनय कटियार ने कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में युवक चंदन की मौत में पाकिस्तान का हाथ बताया है।
लखनऊ (जेएनएन)। गणतंत्र दिवस पर कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में भारतीय जनता पार्टी के सांसद विनय कटियार ने पाकिस्तान का हाथ बताया है। उनके साथ ही केंद्रीय मंत्री खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी तिरंगा यात्रा का विरोध करने वालों को देश विरोधी तत्व बताया है।
भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य तथा फायर ब्रांड नेता विनय कटियार ने कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में युवक चंदन की मौत में पाकिस्तान का हाथ बताया है। विनय कटियार ने कहा है कि पाकिस्तान के समर्थक कासगंज में अपने देश के ध्वज की रक्षा करने को आए थे। वह सिर्फ अपने देश के ध्वज का सम्मान करते हैं। उन्होंने वहां पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए थे। इन दहशतगर्दों ने हमारे एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी। इन दहशतगर्दों के साथ हमको सख्ती से निपटना होगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारे देश के तिरंगे का अपमान करने किसी भी हद तक जा सकता है। कासगंज की हिंसा में भी इनका हाथ है। कासगंज की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले इस जिले में कोई भी साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ था। यहां पर हर समुदाय सद्भाव में रहता है। इसके बाद भी कुछ लोग पाकिस्तान के समर्थन से यहां पर दंगा कराने में सफल रहे। भाजपा नेता ने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सत्ता में आने के बाद यह पहली ऐसी घटना है। सरकार को इस प्रकरण में बेहद सख्त कदम उठाना ही होगा।
विनय कटियार ने कहा कि इसके साथ ही हमको जम्मू-कश्मीर पर भी ध्यान देने के साथ वहां की जनता को भी देश प्रेम की ओर जागृत करना होगा। वहां पर भी हिंसा में देश को बड़ा नुकसान होता है। वहां के लोगों को आतंकियों के साथ काम करने से भी रोकना होगा। कटियार ने कहा कि अब तो यह भी पता नहीं है कि जो लोग सोपिंया में मारे गए वह सामान्य नागरिक थे या नहीं। वहां पर हर रोग आतंकी गतिविधि हो रही है।
उधर केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी कासगंज की घटना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कि देशद्रोहियों को तिरंगा यात्रा बर्दाश्त नहीं हो रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ यूपी सरकार कड़े कदम उठा रही है। इस प्रकार की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि कासगंज हिंसा का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।