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Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को एक महीने में मिला करीब एक क्विंटल सोना-चांदी

Ayodhya Ram Mandir ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने महासचिव चम्पत राय बंसल को दान में मिला सोना-चांदी के साथ एक लाख रुपया का चेक भी सौंप दिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 05:11 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 05:15 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को एक महीने में मिला करीब एक क्विंटल सोना-चांदी
Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को एक महीने में मिला करीब एक क्विंटल सोना-चांदी

अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद से ही मंदिर के निर्माण का माहौल बनने लगा था। बीते करीब एक महीने के समय में अयोध्या में रामलला का दर्शन करने आने वाले भक्तों ने राम मंदिर निर्माण के लिए करीब एक क्विंटल सोना-चांदी दान में दिया था। शनिवार को ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने महासचिव चम्पत राय बंसल को दान में मिला सोना-चांदी के साथ एक लाख रुपया का चेक भी सौंप दिया।

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अयोध्या मे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कार्यालय खुला है और भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में ट्रस्ट का खाता भी खुला है। ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास राम भक्तों ने शनिवार को दिन में भक्तों से दान में मिला करीब एक क्विंटल सोना-चांदी के साथ अन्य सामग्री को ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय को प्रदान कर दिया है।

अयोध्या में रामलला का दर्शन करने आ रहे भक्त अपने आराध्य देव के चरणों में लगातार शीश नवाकर उनको चढ़ावा चढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही लोग मंदिर के लिए धन के साथ ही स्वर्ण व चांदी भी दान कर रहे हैं। बीते एक महीने में ट्रस्ट को करीब एक क्विंटल सोना-चांदी दान में मिला है।

रामभक्तों ने मंदिर की निमित्त यह सोना-चांदी दान दिया है। इनमें चांदी की ईंट, सोने के चावल के दाने और बड़ी संख्या नकद धनराशि भी है। महंत नृत्य गोपाल दास ने इसको अपने पास सुरक्षित रखा था। सुरक्षित सामग्री को महंत नृत्य गोपाल दास ने शनिवार को ट्रस्ट को सौंप दिया।

देव एवं औषधीय पौधों से आच्छादित होगा राममंदिर परिसर 

अयोध्या में राममंदिर का भव्य परिसर पर्यावरण संरक्षण का भी बेजोड़ नमूना होगा। राममंदिर परिसर में ऐसे देव एवं औषधीय पौधों की वाटिका तैयार की जा रही है, जिनका वर्णन वेद-पुराणों में मिलता है। परिसर के भीतर नक्षत्र, पंचवटी व हरिशंकरी वाटिका को तैयार किया जा चुका है। प्रधानमंत्री ने पारिजात का पौधा रोपित कर इस कड़ी को और आगे बढ़ाया है। अब परिसर में नवग्रह वाटिका बनाने की भी योजना है, जिसे वन विभाग पूरा करेगा। इन पौधों का मंदिर परिसर में होना काफी शुभ माना जाता है।


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