कर्नाटक की सियासी दिशा तय करेंगे विश्व स्तरीय इन्फ्रा प्रोजेक्ट, परियोजनाओं के जरिये दिखा डबल इंजन का दम
मैसुरु और मांड्या (जहां पीएम ने रविवार को रोड शो किया) वोकालिग्गा बहुल होने के कारण जनता दल (सेक्युलर) के गढ़ के रूप में रहे हैं। कुछ ही दिन पहले शिमोगा में एक नए एअरपोर्ट का भी उदघाटन किया गया है।
नई दिल्ली, मनीष तिवारी। सड़क, रेलवे, उच्च शिक्षा, अस्पताल, रिसर्च सेंटर और प्राकृतिक आपदा से बचाव, जीवन के लगभग हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाली योजनाओं-परियोजनाओं के शिलान्यास अथवा उद्घाटन के साथ केंद्र सरकार ने रविवार को कर्नाटक में हाई वोल्टेज विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियां भी दिखा दीं और यह भी स्पष्ट कर दिया कि मुद्दा विकास होगा।
कर्नाटक विधानसभा के चुनावों का एलान
मई में प्रस्तावित कर्नाटक विधानसभा के चुनावों का एलान किसी भी समय हो सकता है, उसके ठीक पहले बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित सोलह हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत राज्य में हर वर्ग को सुगम जीवन का अहसास दिलाने वाली है। इन सभी परियोजनाओं में कुछ ऐसे प्रोजेक्ट भी हैं, जिनका शिलान्यास तीन-चार साल पहले हुआ था और वे तय समय पर पूरे हुए।
डबल इंजन सरकार
धारवाड में 850 करोड़ रुपये की लागत से बने आइआइटी को राष्ट्र को समर्पित कर मोदी ने अपना यह वादा फिर पूरा कर दिया। इन परियोजनाओं के सहारे केंद्र सरकार ने एक बार फिर यह भी जताने की कोशिश की कि डबल इंजन सरकारें यानी केंद्र और राज्य में एक ही दल का शासन किस तरह विकास और जनकल्याण के कामों में निर्णायक असर डालता है।
लोगों को परियोजनाओं की सौगात
मोदी इस साल छठी बार कर्नाटक गए हैं और उनकी यह यात्रा देश में इन्फ्रा विकास को नई धार देने वाली साबित हुई है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के फरवरी-मार्च में दो अहम प्रोजेक्ट जनता के लिए खुले हैं। पिछले महीने पीएम ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के दो सौ किलोमीटर से अधिक के एक हिस्से का उद्घाटन किया, जो पांच राज्यों के बीच कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव लाने वाला है।
इसके बाद रविवार को बेंगलुरु-मैसुरु एक्सप्रेव वे के जरिये कर्नाटक के दो प्रमुख शहरों के बीच दूरी साढ़े तीन घंटे से घटाकर केवल 75 मिनट कर दी गई। इस एक्सप्रेस वे को लेकर राजनीतिक दलों के बीच श्रेय की सियासत भले ही हो रही है, लेकिन विपक्षी दल, खासकर जनता दल (सेक्युलर) भी मान रहा है कि यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। आज जो सड़क मनोरम दिखाई दे रही है, उसकी हालत इतनी खराब थी कि 1991 में हुई एक दुर्घटना में तमिलनाडु के 23 छात्रों की मृत्यु हो गई थी।
मैसुरु-कुशलनगर चार लेन हाईवे
पीएम ने रोड की एक अन्य अहम परियोजना मैसुरु-कुशलनगर चार लेन हाईवे की भी आधारशिला रखी। यह प्रोजेक्ट भी बेंगलुरु की आसपास से कनेक्टिविटी बेहतर करेगा। इस पर 4130 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मैसुरु और मांड्या (जहां पीएम ने रविवार को रोड शो किया) वोकालिग्गा बहुल होने के कारण जनता दल (सेक्युलर) के गढ़ के रूप में रहे हैं। कुछ ही दिन पहले शिमोगा में एक नए एअरपोर्ट का भी उदघाटन किया गया है।
सबसे लंबा रेलवे प्लेटफार्मपीएम ने श्री सिद्धरूढ़ा स्वामीजी हुबली स्टेशन में दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफार्म को भी राष्ट्र समर्पित किया। यहां 1507 मीटर लंबा प्लेटफार्म बनाया गया है। इसे गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड ने भी मान्यता प्रदान की है। इस पर कुल बीस करोड़ रुपये खर्च आया है।