हाथ में हथकड़ी पहन विधानसभा क्यों पहुंचा शरद पवार का विधायक? पटना और गुजरात में भी ऐसा हो चुका
बिहार और गुजरात के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में भी हथकड़ी वाला प्रदर्शन देखने को मिला। यहां एक विधायक अपने हाथों में हथकड़ी पहनकर पहुंचा तो सभी की निगाहें उन पर टिक गईं। दरअसल शरद पवार की पार्टी के विधायक जितेंद्र अव्हाड अमेरिका की हरकतों से खफा हैं। उन्होंने सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं। हाल ही में अमेरिका ने भारतीय नागरिकों को हथकड़ी में वापस भेजा था।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू हुआ तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला। शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड पर सबकी नजरें थीं। इसकी वजह यह थी कि आव्हाड के हाथों में हथकड़ी थी। हालांकि विधानसभा में हथकड़ी पहनकर पहुंचने का यह कोई पहला मामला नहीं है। बिहार में सीपीआई (M) और गुजरात में कांग्रेस विधायक हथकड़ी के साथ विधानसभा पहुंच चुके हैं।
क्यों हथकड़ी पहनकर पहुंचे आव्हाड?
डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद अमेरिका अवैध प्रवासियों को अपने देश से बाहर करने में जुटा है। हाल ही में तीन सैन्य विमानों से भारतीय नागरिकों को अमेरिका वापस भेज चुका है। सबसे बड़ी बात यह थी कि भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाई गई थी। पैरों पर बेड़ियां पड़ी थीं। पूरा सफर उन्हें ऐसे ही काटना पड़ा। यहां तक कि महिलाओं और बच्चों के साथ भी अमानवीय व्यवहार किया गया। जितेंद्र आव्हाड इसी के खिलाफ हथकड़ी पहनकर विधानसभा पहुंचे थे।
जिस तरह से अमेरिका में भारतीयों के साथ अन्याय हो रहा है और उन्हें बंधक बनाकर निर्वासित किया जा रहा है, वीजा की समस्या है, कोई भी भारतीय अमेरिका में सुरक्षित नहीं है। हम (सरकार) अमेरिका के बारे में एक भी शब्द नहीं बोल रहे हैं। जितेंद्र आव्हाड, विधायक, एनसीपी (SP)
बिहार और गुजरात में भी हो चुके प्रदर्शन
बिहार विधानसभा में भी सीपीआई (ML) के विधायक ने अमेरिका की हरकत के विरोध में हथकड़ी पहनी थी। गुजरात में कांग्रेस विधायकों ने भी विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया था। उन्होंने 'भारतीयों का यह अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान' जैसे नारे भी बुलंद किए थे।
अमेरिका में सबसे अधिक अवैध प्रवासी मैक्सिको के
प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक अमेरिका में सबसे अधिक अवैध प्रवासी मैक्सिको और साल्वाडोर के हैं। भारत का नंबर तीसरे स्थान पर आता है। अमेरिका अभी 3 सैन्य उड़ान और एक सिविल फ्लाइट से कुल 344 भारतीय नागिरकों को वापस भेज चुका है।
कब-कितने भारतीय लौटे?
- 5 फरवरी: अमेरिका की एयरफोर्स का विमान पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा। कुल 104 नागरिकों को बेड़ियों में बांधकर लाया गया।
- 15 फरवरी: अमृतसर एयरपोर्ट पर अमेरिका का दूसरा सैन्य विमान उतरा। कुल 116 भारतीयों को लाया गया। इस बार महिलाओं और बच्चों के हाथ-पांव नहीं बांधे गए थे।
- 16 फरवरी: अमेरिका से तीसरा सैन्य विमान अमृतसर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरा। कुल 112 प्रवासी भारतीयों को लाया गया।
- 24 फरवरी: पनामा से तुर्की एयरलाइंस की एक फ्लाइट नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। इसमें कुल 12 भारतीयों को वापस भेजा गया।
भारत का रुख स्पष्ट
अवैध प्रवासियों के मामले में भारत का रुख बेहद स्पष्ट है। भारत सरकार साफ कह चुकी है कि अमेरिका में निर्धारित समय से अधिक दिनों तक रहने वाले और बिना दस्तावेज के ठहरे भारतीयों को वह वापस लेगी। मगर शर्त यह है कि उनकी भारतीय नागरिकता सत्यापित होने के बाद।
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#WATCH | Mumbai: NCP-SCP leader Jitendra Ahwad comes out in handcuffs as he lodges his protest against the deportation of illegal immigrants from the US.
He says, "The way Indians are facing injustice in America and they are being tied and deported, there is a problem of visas,… pic.twitter.com/3o2OHIaiy3
— ANI (@ANI) March 3, 2025
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