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छह बार बने सांसद, NCP में दूसरे नंबर की हैसियत; कैसे शरद पवार के करीब आए प्रफुल्ल पटेल

Who is Praful Patel शरद पवार ने बेटी सुप्रिया सुले और पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा की। पवार के इस फैसले ने इस फैसले ने दिखाया है कि प्रफुल्ल पटेल पार्टी के सबसे भरोसेमंद नेता हैं। आइए जानें कैसे प्रफुल्ल शरद पवार के करीबी बने।

By Mahen KhannaEdited By: Mahen KhannaPublished: Sat, 10 Jun 2023 05:40 PM (IST)Updated: Sat, 10 Jun 2023 05:40 PM (IST)
छह बार बने सांसद, NCP में दूसरे नंबर की हैसियत; कैसे शरद पवार के करीब आए प्रफुल्ल पटेल
Who is Praful Patel कौन हैं प्रफुल्ल पटेल।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Who is Praful Patel एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज पार्टी में बड़े बदलाव की घोषणा की। पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। शरद पवार के इस फैसले को एक तरह से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की कमान बेटी को सौंपना माना जा रहा है। 

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इसी के साथ एनसीपी प्रमुख के इस फैसले ने भतीजे अजित पवार को साइडलाइन करते हुए प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का सबसे भरोसेमंद नेता दिखाया है। प्रफुल्ल पटेल का एनसीपी में क्या इतिहास रहा है और वो कैसे शरद पवार के करीबी बने, आइए जानें....

प्रफुल्ल पटेल कौन है?

एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल का जन्म 17 फरवरी, 1957 को कोलकाता में हुआ था। प्रफुल्ल पटेल के पिता मनोहर भाई पटेल बीड़ी के दिग्गज कारोबारी थे। उनके पिता मनोहर स्‍वर्गीय इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, बाबूभाई पटेल के करीबी भी माने जाते थे। इसके अलावा वो गोदिंया सीट से कांग्रेस पार्टी के विधायक भी रहे। 

शरद पवार के कैसे आए इतने करीब

दरअसल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार महाराष्ट्र के पहले सीएम यशवंत राव चव्‍हाण को अपना गुरु मानते थे। यशवंत राव प्रफुल्ल पटेल के पिता मनोहर भाई के काफी करीबी माने जाते थे।

शरद पवार जब भी यशवंत राव चव्‍हाण और मनोहर भाई से मिलते तो उनके साथ प्रफुल्‍ल पटेल हमेशा मौजूद रहते। प्रफुल्‍ल हमेशा अपने पिता के साथ राजीनीतिक बैठकों में जाते थे, इसी के चलते उनकी शरद पवार से नजदीकियां बढ़ीं। 

पिता मनोहर की जब मौत हुई तो प्रफुल्‍ल पटेल सिर्फ 13 साल के थे। हालांकि, प्रफुल्ल को बड़े होने पर शरद पवार का आशीर्वाद हमेशा मिला और पिता के नक्‍शेकदम पर चलते हुए उन्होंने राजनीति में अपना सफर शुरू किया।

चार बार लोकसभा और तीन बार राज्‍यसभा सांसद बने

राजनीति में जल्दी कदम रखने के चलते प्रफुल्ल पटेल 28 साल की उम्र में ही गोंदिया से नगर परिषद के अध्‍यक्ष बने। इसके बाद वो 33 साल की उम्र में 1991 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीते और इसके बाद लगातार 2 और चुनाव जीते।

प्रफुल्ल पटेल इसके बाद 2009 में चौथी बार लोकसभा चुनाव जीते और कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री बने। उन्‍हें केंद्रीय उड्डयन मंत्री की जिम्‍मेदारी सौंपी गई थी। वहीं, एनसीपी नेता को 2000 और 2006 में महाराष्ट्र से राज्यसभा सासंद भी चुना गया था। प्रफुल्‍ल पटेल 2022 में भी राज्‍यसभा के लिए चुने गए।


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