सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड... वो केस जिसकी वजह से गई धनंजय मुंडे की कुर्सी, पढ़ें कैसा रहा अब तक का राजनीतिक करियर
Who is Dhananjay Munde बीड सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले से तार जुड़ने के बाद धनंजय मुंडे ने आज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसको लेकर सीएम फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजीत पवार के साथ देर रात बैठक की थी जिसके बाद ये निर्णय लिया गया। आखिर ये मामला क्या है और मुंडे का अब तक का राजनीतिक करियर कैसा रहा है आइए जानें।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Who is Dhananjay Munde सवालों के घेरे में फंसे महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे ने आज राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। कुछ दिन पहले ही उनके करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को बीड सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले में मास्टरमाइंड बताया गया था, जिसके बाद विपक्ष मुंडे पर लगातार निशाना साध रहा था।
इस मुद्दे पर चर्चा के लिए फडणवीस ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजीत पवार और मुंडे सहित एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ देर रात बैठक की थी। इसके बाद फडणवीस ने मुंडे से इस्तीफा मांग लिया।
क्यों इस्तीफा देने के दबाव में थे धनंजय मुंडे?
धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग विपक्ष काफी देर से कर रहा था और फडणवीस को घेरने में लगा था। दरअसल, संतोष देशमुख हत्याकांड मामले में चार्जशीट का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें कई तस्वीरें थी और उसमें वाल्मिक कराड के साथियों को हत्या करते देखा गया।
इसके बाद मुंडे पर इस्तीफे का दबाव बन गया।
क्या बोले फडणवीस?
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले में कहा,
धनंजय मुंडे ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैंने इसे स्वीकार कर लिया है और राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को भेज दिया है।
यह है संतोष देशमुख हत्याकांड?
- बीड के मासाजोग गांव के सरपंच देशमुख को पिछले साल 9 दिसंबर को मौत के घाट उतारा गया था। धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मिक कराड ने जिले में एक ऊर्जा कंपनी अवाडा के भूमि अधिकरण अधिकारी से 2 करोड़ की फिरोती मांगी थी।
- सरपंच संतोष ने इस जबरन वसूली को रोकने की कोशिश की तो कराड के सहयोगियों ने उन्हें अगवा कर लिया, प्रताड़ित किया और फिर उनकी हत्या कर दी।
- राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने 27 फरवरी को देशमुख की हत्या और दो संबंधित मामलों में बीड जिले की एक अदालत में 1200 से अधिक पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया।
- बीड के केज पुलिस स्टेशन में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। सरपंच की हत्या, अवाडा कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश और फर्म के सुरक्षा गार्ड पर हमले का केस।
- पुलिस ने इन मामलों में आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कठोर कार्रवाई की है। अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक आरोपी अभी भी फरार है।
कौन है धनंजय मुंडे?
धनंजय मुंडे ने राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। वो परली विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी (अजीत गुट) विधायक हैं। धनंजय महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम गोपीनाथ मुंडे के भाई पंडित अन्ना मुंडे के बेटे हैं। उन्होंने 2012 में शरद पवार के सामने एनसीपी ज्वाइन की थी।
धनंजय उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने 2014 में पंकजा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि, वो चुनाव हार गए थे। इसके बाद 2019 में वह फिर चुनाव लड़े और इस बार उन्होंने पंकजा मुंडे को हरा दिया था।
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