Vice President Election: सुदर्शन की राधाकृष्णान को खुली चुनौती, कहा- 'बहस जरूरी है तो...'
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए I.N.D.I गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि अगर एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन भी अपनी बात रखते तो एक अच्छी बहस हो सकती थी। उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए लोकतंत्र के खतरे में पड़ने की बात कही। रेड्डी ने उपराष्ट्रपति चुनाव को निष्पक्ष बताया और देश की बहुसांस्कृतिक प्रकृति पर जोर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए I.N.D.I गठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि अगर एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन भी अपनी बात रखते तो एक अच्छी बहस हो सकती थी। उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी का अपमान करना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र में संवाद जरूरी है।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बी. सुदर्शन रेड्डी ने ये बात कही। इस मौके पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए.रेवंत रेड्डी और कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि वे रोज मीडिया से बात कर रहे हैं, लेकिन उनके प्रतिद्वंदी सीपी राधाकृष्णन कुछ नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने सिर्फ यही कहा कि अगर वे भी बोलते तो बहस अच्छी हो सकती थी।"
'लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा'
जब उनसे पूछा गया कि आज देश के सामने सबसे बड़ी संवैधानिक चुनौती क्या है, तो रेड्डी ने कहा, "आज संविधान के सामने सबसे बड़ा संकट चुनाव आयोग की कमजोर कार्यप्रणाली है। अगर यह स्थिति जारी रही तो लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा।"
'निष्पक्ष होगा उपराष्ट्रपति चुनाव'
बी. सुदर्शन रेड्डी ने विश्वास जताया कि यह उपराष्ट्रपति चुनाव हाल के वर्षों का सबसे निष्पक्ष और सभ्य चुनाव होगा। उन्होंने कहा, "हमारा देश बहुसांस्कृति, बहुभाषी और बहुधर्मी है। संविधान किसी को असीमित शक्ति नहीं देता, बल्कि शक्ति को सीमित करने का काम करता है।"
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