'तृणमूल कर रही है 'गंदी सांप्रदायिक राजनीति', भाजपा ने हुमायूं कबीर के निलंबन पर उठाए सवाल
भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर 'गंदी सांप्रदायिक राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने की घोषणा करने वाले पार्टी विधायक हुम ...और पढ़ें

भाजपा ने हुमायूं कबीर के निलंबन पर उठाए सवाल (सांकेतिक तस्वीर)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर 'गंदी सांप्रदायिक राजनीति' करने का आरोप लगाते हुए, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने की घोषणा करने वाले पार्टी विधायक हुमायूं कबीर के निलंबन को लेकर सवाल उठाए हैं।
प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने गुरुवार को साल्टलेक कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए राज्य के मौजूदा ज्वलंत मुद्दों पर बात की।
हुमायूं कबीर के निलंबन पर सवाल
सिन्हा ने सवाल किया कि अगर हुमायूं कबीर को निलंबित ही करना था, तो उन्हें आज ही मुर्शिदाबाद में मुख्यमंत्री की जनसभा का निमंत्रण क्यों दिया गया?
सिन्हा ने कहा कि पिछले तीन दिनों से भाजपा लगातार यह सवाल उठा रही थी कि तृणमूल हुमायूं कबीर पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल के निर्देश पर ही हुमायूं कबीर ने हिंदू और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की थी।
'सुविधा की सांप्रदायिक राजनीति'
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हिजाब पहनकर दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन करती हैं और चुनाव प्रचार के दौरान 17 से 18 बार 'इंशाअल्लाह' बोलती हैं।
सिन्हा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री को अब यह एहसास हो गया है कि उनकी गंदी सांप्रदायिक राजनीति और मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण बड़ी संख्या में हिंदू उनसे दूर हो गए हैं। इसलिए, अब वह अल्लाह को छोड़कर मां दुर्गा को गले लगा रही हैं, जिसका प्रमाण दुर्गा पूजा क्लबों को दान देना, जगन्नाथ मंदिर और महाकाल मंदिर बनाना है।
सिन्हा ने याद दिलाया कि पहले राम भक्तों को राम नवमी और हनुमान जयंती मनाने पर जेल भेजा गया और लाठीचार्ज किया गया था, और अब मुख्यमंत्री अपने कार्यकर्ताओं को यही त्योहार मनाने के लिए कह रही हैं। उन्होंने इसे 'सुविधा की सांप्रदायिक राजनीति' करार दिया।
भाजपा की चुनावी तैयारी तेज, आज से शुरू होंगी शक्ति केंद्रों की बैठकें
भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। पार्टी ने 5-6 बूथों को मिलाकर एक 'शक्ति केंद्र' बनाया है। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी तक प्रत्येक शक्ति केंद्र पर बैठकें आयोजित की जाएंगी। राज्य में कुल 13,000 शक्ति केंद्र हैं। कल से ही शाम पांच से सात बजे के बीच 1300 शक्ति केंद्रों पर बैठकें होंगी।
इसके बाद राज्य और केंद्रीय नेतृत्व की उपस्थिति में हर विधानसभा क्षेत्र में बैठकें आयोजित की जाएंगी। सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री की सात रैलियां प्रस्तावित हैं। इसके अलावा, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और अखिल भारतीय अध्यक्ष भी राज्य का दौरा करेंगे।
बंगाल में एसआइआर के लिए केंद्रीय कर्मचारियों को सूक्ष्म पर्यवेक्षक बनाया जाए : भाजपा
भाजपा ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया को कड़ी निगरानी में पूरा कराने के लिए केंद्र सरकार के कर्मचारियों को सूक्ष्म पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया जाए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अंतिम मतदाता सूची निष्पक्ष, सटीक और किसी भी तरह की हेराफेरी से मुक्त हो।

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