पीएम मोदी और राधाकृष्णन में ये एक बात है कॉमन, इस वजह से चुने गए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार
Cp Radhakrishnan भाजपा संसदीय बोर्ड ने चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। जेपी नड्डा ने बताया कि राधाकृष्णन तमिलनाडु में सम्मानित हैं और सर्वसम्मति से चुनाव कराने के लिए विपक्ष से संपर्क किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बधाई दी। ओबीसी समुदाय से आने वाले राधाकृष्णन दो बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन सत्तारूढ़ राजग की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में रविवार को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में उनको उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने पर सहमति बनी।
संसदीय बोर्ड की बैठक में हुआ फैसला
संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि व्यापक विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन के नाम पर फैसला लिया गया। हम चाहते हैं कि अगला उपराष्ट्रपति सर्वसम्मति से चुना जाए। इसके लिए हमने विपक्षी नेताओं से संपर्क किया है।
जेपी नड्डा ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन का तमिलनाडु में समाज के सभी वर्गों में सम्मान है। प्रधानमंत्री मोदी ने राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर बधाई दी है। कहा कि उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा और हाशिए पर पड़े लोगों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। मुझे खुशी है कि राजग ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना है।
पीएम मोदी और सीपी राधाकृष्णन में क्या है कॉमन?
राधाकृष्णन दक्षिण भारत के भाजपा के सबसे सम्मानित और वरिष्ठतम नेताओं में से एक रहे हैं। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह जमीन से जुड़े नेता रहे हैं। उनको उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाना इसलिए अहम है, क्योंकि तमिलनाडु में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होना है। वह ओबीसी समुदाय से आते हैं। मोदी सरकार का जोर आदिवासियों, पिछड़ों को उचित सम्मान दिलाने पर रहा है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सी.पी. राधाकृष्णन जी ने अपने समर्पण, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। विभिन्न पदों पर रहते हुए, उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा और हाशिए पर पड़े लोगों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया है। मुझे खुशी है कि एनडीए परिवार ने उन्हें हमारे गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करने का निर्णय लिया है। सी.पी. राधाकृष्णन जी को सांसद और विभिन्न राज्यों के राज्यपाल के रूप में समृद्ध अनुभव है। संसदीय मामलों में उनके हस्तक्षेप हमेशा प्रभावशाली रहे। मुझे विश्वास है कि वे एक प्रेरक उपराष्ट्रपति सिद्ध होंगे।
अमित शाह ने क्या कहा?
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार के रूप में नामित होने पर गृह मंत्री अमित शाह ने सीपी राधाकृष्णन को बधाई दी उन्होंने कहा की एक सांसद और विभिन्न राज्यों के राज्यपाल के रूप में आपकी भूमिकाओं ने संवैधानिक कर्तव्यों को प्रभावी ढंग से निभाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुझे विश्वास है कि आपका विशाल अनुभव और ज्ञान उच्च सदन की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा और नई उपलब्धियां हासिल करेगा।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
- राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में हुआ।
- वह 16 वर्ष की आयु से ही आरएसएस और जनसंघ से जुड़े रहे हैं।
- वह दो बार भाजपा के टिकट पर कोयंबटूर से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं।
- वह तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
- राधाकृष्णन ने भाजपा संगठन में भी अहम भूमिका निभाई है।
- वह फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल रहे।
- इस बीच 19 मार्च, 2024 को तमिलसाई सौंदरराजन के इस्तीफे के बाद उन्हें तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया।
- 27 जुलाई, 2024 को उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
बताते चलें कि जगदीप धनखड़ द्वारा स्वास्थ्य कारणों से त्यागपत्र दिए जाने के बाद उपराष्ट्रपति का चुनाव कराया जा रहा है। यह चुनाव नौ सितंबर को होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 22 अगस्त है।
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