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    पीएम मोदी ने फिर छेड़ी एक साथ चुनाव की बहस, कहा- यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है

    By Bhupendra SinghEdited By:
    Updated: Mon, 27 Aug 2018 07:39 AM (IST)

    आज पूरा देश रक्षाबंधन का त्योहार मना रहा है। यह प्रेम और विश्वास का प्रतीक माना जाता है। सभी देशवासियों को इस पावन पर्व की शुभकामनाएं।

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    पीएम मोदी ने फिर छेड़ी एक साथ चुनाव की बहस, कहा- यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव पर चर्चा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से आगे बढ़ाया है। एक साथ चुनाव कराने पर बहस को लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत बताते हुए मोदी ने कहा कि यह अटलजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने देश की राजनीतिक संस्कृति को बदला था। रविवार को रक्षाबंधन के दिन 'मन की बात' कार्यक्रम में महिला सम्मान के प्रति केंद्र के कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने सरकार की कुछ उपलब्धियां भी गिनाई। 'मन की बात' का यह 47वां संस्करण था। एक साथ चुनाव के एजेंडे पर मोदी लगातार बोलते रहे हैं।

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    यही कारण है कि हाल में जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने विधि आयोग को पत्र लिखकर इसका समर्थन किया था, तो उसे नवंबर में ही 11 राज्यों के चुनाव कराने की मंशा के रूप में देखा गया था। उस अटकल को खैर पार्टी ने ही खारिज कर दिया था, लेकिन यह तय है कि भाजपा इस मुद्दे को आखिरी मुकाम तक लाने की हर कोशिश करेगी। अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में मोदी जनता की मांग पर अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में बात कर रहे थे।

    उन्होंने वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में हर जनता को तिरंगा फहराने का अधिकार मिलने, केंद्र और राज्य में कैबिनेट का आकार तय करने, दल बदल कानून को और सख्त बनाने जैसे बड़े कदमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेस को मुख्य धारा में लाने के लिए यह देश सदा अटलजी का आभारी रहेगा। वे एक सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने भारत की राजनीतिक संस्कृति में जो बदलाव लाने का प्रयास किया, उससे देश को बहुत लाभ हुआ है। लगभग आधे घंटे के कार्यक्रम में उन्होंने केरल की विभीषिका में मदद के लिए आगे आ रहे लोगों और संगठनों की प्रशंसा की और आशा जताई कि केरल फिर से सिर उंचा कर खड़ा होगा।

    तत्काल तलाक पर बनेगा कानून
    मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को जल्द ही तत्काल तलाक के खिलाफ कानून का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा से यह विधेयक पारित हो गया है। लेकिन, राज्यसभा से पास नहीं हो सका है। मैं मुस्लिम महिलाओं को विश्वास दिलाता हूं कि देश उन्हें न्याय दिलाने के लिए साथ खड़ा है।

    दुष्कर्मियों को छोड़ा नहीं जाएगा
    मोदी ने कहा कि दुष्कर्म करने वालों को देश सहन करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए संसद ने आपराधिक कानून संशोधन विधेयक को पास कर कठोरतम सजा का प्रावधान किया है। दुष्कर्म के दोषियों को कम-से-कम 10 वर्ष की सजा होगी। 12 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों से दुष्कर्म करने पर फांसी की सजा होगी।

    संसद का कामकाज बढ़ा
    मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही संसद का मानसून सत्र समाप्त हुआ है। आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि लोकसभा की कार्यवाही 118 फीसद और राज्यसभा की 74 फीसद रही। लोकसभा ने 21 विधेयक और राज्यसभा ने 14 विधेयकों को पारित किया।

    यह भी कहा प्रधानमंत्री ने
    आज पूरा देश रक्षाबंधन का त्योहार मना रहा है। यह प्रेम और विश्वास का प्रतीक माना जाता है। सभी देशवासियों को इस पावन पर्व की शुभकामनाएं।

    -ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। दशकों से इसकी मांग की जा रही थी। यह कदम सामाजिक न्याय के उद्देश्य को आगे ले जाने वाला सिद्ध होगा।

    -एससी-एसटी कानून को पुराने स्वरूप में पास कर दिया गया है। यह कानून अपराधियों को अत्याचार करने से रोकेगा और दलित समुदाय में विश्वास भरेगा।

    -केरल में भीषण बाढ़ ने जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। पूरा देश केरल के साथ खड़ा है। हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपनों को गंवाया है।