दिग्विजय सिंह के लिए यज्ञ का आयोजन पड़ा भारी, अखाड़े ने दिखाया बाहर का रास्ता
निरंजनी अखाड़े ने महामंडलेश्वर वैराज्ञानंद गिरी को केवल इसलिए अखाड़े से बाहर का रास्ता दिखा दिया क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी के लिए उन्होंने यज्ञ आयोजित किया था।
नई दिल्ली, एएनआइ। महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार करना महंगा पड़ा। दरअसल, दिग्विजय सिंह के पक्ष में अनुष्ठान और यज्ञ आयोजित करने के एवज में हरिद्वार के निरंजनी अखाड़े ने उन्हें निकाल दिया। बता दें कि इस यज्ञ का आयोजन चुनाव प्रचार के दौरान किया गया था। यहां तक कि दिग्विजय सिंह को जिताने के लिए 5 क्विंटल मिर्ची का हवन भी किया गया।
अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने बताया, महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी ने दिग्विजय सिंह के नहीं जीतने पर स्वामी वैराग्यानंद ने समाधि लेने का दावा किया था। स्वामी ने संकल्प भी लिया था कि अगर दिग्विजय सिंह भोपाल में हारे तो वह जल समाधि ले लेंगे। अब चुनाव परिणाम आने के बाद स्वामी नदारद हैं।
भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी से दिग्विजय को करारी हार का सामना करना पड़ा है। प्रज्ञा ने उन्हें 3,64,822 वोटों के अंतर से हराया। बता दें कि इस सीट पर भाजपा लंबे समय से चुनाव जीतती आई है। हालांकि, दिग्विजय सिंह के उतरने से इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो गई थी। साध्वी को इस चुनाव में कुल 8,66,482 और दिग्विजय सिंह को 5,01,660 वोट मिले। प्रज्ञा ठाकुर को इस सीट पर 60 फीसद से भी ज्यादा वोट मिले हैं। बसपा कैंडिडेट माधो सिंह अहिरवार को 11,277 और नोटा को कुल 5,430 वोट मिले हैं।
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