'गलत सूचना फैलाना कानून का अपमान', महाराष्ट्र चुनाव को लेकर राहुल गांधी के आरोप पर आया ECI का जवाब
राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में धांधली वाले आरोप पर चुनाव आयोग का जवाब सामने आया है। अपने एक जवाब में चुनाव आयोग ने कहा कि महाराष्ट्र की मतदाता सूची के खिलाफ लगाए गए निराधार आरोप कानून के शासन का अपमान हैं। बता दें कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में फिक्सिंग का आरोप लगाया था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नवंबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में मैच फिक्सिंग जैसी धांधली के लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के दावों को चुनाव आयोग ने बेतुका करार दिया है।
आयोग ने पलटवार करते हुए कहा कि किसी के द्वारा फैलाई जा रही कोई भी गलत सूचना न केवल कानून के प्रति अनादर है बल्कि अपने स्वयं के राजनीतिक दल के नियुक्त हजारों प्रतिनिधियों को भी बदनाम करती है। चुनाव के दौरान अथक पारदर्शी तरीके से काम करने वाले लाखों चुनाव कर्मचारियों को भी यह हतोत्साहित करती है।
चुनाव आयोग का जवाब आया सामने
नेता विपक्ष पर तंज कसते हुए आयोग ने यह भी कहा कि प्रतिकूल चुनावी नतीजों के बाद चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश पूरी तरह से बेतुका है। राहुल गांधी महाराष्ट्र चुनाव की चोरी संबंधी लेख में किए गए दावे के जवाब में चुनाव आयोग ने रविवार को बयान जारी कर उनके उठाए सवालों और आरोपों को खारिज किया।
इस क्रम में 24 दिसंबर 2024 को कांग्रेस को महाराष्ट्र चुनाव से जुड़े सवालों के दिए जवाब को दुबारा जारी करते हुए आयोग ने दावा किया कि ऐसा प्रतीत होता है कि बार-बार ऐसे मुद्दे उठाते समय तथ्यों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने लगाए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली के आरोप
राहुल गांधी ने दैनिक जागरण में प्रकाशित अपने लेख को शनिवार को एक्स पर साझा करते हुए बिहार में इसे दोहराए जाने की आशंका जताई। राहुल ने कहा चुनाव में धांधली भी मैच फिक्सिंग जैसी होती है-जो पक्ष धोखाधड़ी करता है, वो भले ही जीत जाए, लेकिन इससे लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर होती हैं और जनता का नतीजों से भरोसा उठ जाता है। हर जिम्मेदार नागरिक को सबूतों को खुद देखना चाहिए। सच्चाई समझनी चाहिए और जवाब मांगने चाहिए। क्योंकि महाराष्ट्र की यह मैच फि¨क्सग अब बिहार में भी दोहराई जाएगी और फिर वहां भी, जहां-जहां बीजेपी हार रही होगी।
जानिए चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने इस पर कहा कि महाराष्ट्र में मतदान के समय पार्टी या उसके पोलिंग एजेंटों द्वारा कोई गंभीर आरोप नहीं लगाए गए थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवारों या अधिकृत एजेंटों ने अगले दिन रिटर्निंग ऑफिसर और चुनाव पर्यवेक्षकों के समक्ष जांच के समय असामान्य मतदान के संबंध में कोई पुष्ट आरोप नहीं लगाया।
लोकसभा चुनाव के बाद पांच महीने में मतदाता सूची में जितने नाम जोड़े गए उतने पिछले पांच साल में जोड़े गए राहुल के इस दावे पर आयोग ने कहा है कि कांग्रेस या किसी भी पार्टी ने मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम जोड़े जाने के खिलाफ पर्याप्त संख्या में अपील दायर नहीं की जिससे यह स्पष्ट हो गया कि कोई शिकायत नहीं है।
2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने से पहले कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल की कोई शिकायत नहीं थी। इसलिए महाराष्ट्र की मतदाता सूची के खिलाफ उठाए गए बेबुनियाद सवाल कानून के शासन का अपमान हैं।
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