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    51 डिब्बों में पंडित नेहरू की गुप्त चिट्ठियां ले गईं सोनिया गांधी, BJP बोली- आखिर क्या राज छिपा रही कांग्रेस

    Updated: Mon, 16 Dec 2024 05:28 PM (IST)

    Sonia Gandhi Nehru Letter controversy प्रधानमंत्री संग्रहालय के सदस्य रिजवान कादरी ने आज राहुल गांधी को पत्र लिख पूर्व पीएम पंडित नेहरू के पत्र वापस करने को कहा है। ये पत्र जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल ने 1971 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को दिए थे। ये पत्र यूपीए काल में 2008 में सोनिया गांधी को पहुंचाया गया था जिसपर अब भाजपा भी हमलावर है।

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    Sonia Gandhi Nehru Letter controversy नेहरू के पत्रों पर फंसी सोनिया। (फोटो- जागरण)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Sonia Gandhi Nehru Letter controversy प्रधानमंत्री संग्रहालय के एक अधिकारी ने आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को पत्र लिख खास मांग की है। अधिकारी ने राहुल से कहा कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू ने एडविना माउंटबेटन, जयप्रकाश नारायण समेत कई नेताओं को पत्र लिखा था और उसे सोनिया गांधी उठा ले गईं थी। अब उसे वापस किया जाए।

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    इस मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला है। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि आखिर इन पत्रों में ऐसा क्या था कि कांग्रेस राज में सोनिया इसे उठा ले गईं।

    PMML के सदस्य ने वापस मांगे पत्र

    दरअसल, प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने आज राहुल गांधी को पत्र लिख पूर्व पीएम पंडित नेहरू के पत्र वापस करने को कहा। पीएमएमएल ने कहा कि ये ऐतिहासिक महत्व के दस्तावेज हैं। ये पत्र जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल ने 1971 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (अब पीएमएमएल) को दिए थे। जिसे यूपीए काल में 2008 में सोनिया गांधी को पहुंचाया गया था।

    देश चाहता जानकारी

    संबित पात्रा ने कहा कि देश के लोग आज जानना चाहते हैं कि आखिर पूर्व पीएम ने एडविना माउंटबेटन, विजया लक्ष्मी पंडित, अरुणा आसफ अली, अलबर्ट आइंस्टाइन, जयप्रकाश नारायण, पद्मजा नायडू, बाबू जगजीवन राम और गोविंद बल्लभ पंत आदि को पत्र में क्या लिखा था। भाजपा नेता ने कहा कि आखिर जल्दबाजी में ये चिट्ठियां क्यों उठाई गईं, देश से क्या छिपाया जा रहा है।

    51 डिब्बे भरकर क्यों ले गईं सोनिया?

    भाजपा नेता ने आगे कहा कि जब 2010 में ये फैसला हुआ कि सभी सामग्री को डिजिटल तौर पर रिकॉर्ड कर अपलोड किया जाएगा तो सोनिया गांधी को किस बात की जल्दी थी। उन्होंने पूछा कि सोनिया 51 डिब्बों में नेहरू के पत्र क्यों ले गई और अब इन्हें कहां रखा गया है।