संसद के बाहर बवाल, धक्का-मुक्की के बीच अस्पताल में भर्ती दो सांसद; पढ़ें अब तक क्या-क्या हुआ
डॉ आंबेडकर को लेकर मचे सियासी संग्राम के बीच गुरुवार को संसदीय गरिमा तार-तार हो गई जब संसद के बाहर सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हुई। दो सांसद घायल भी हुए हैं। इस पर भाजपा ने राहुल गांधी पर धक्का मारने का आरोप लगाया जिसके जवाब में राहुल ने कहा कि उन्हें खुद धक्का दिया गया। पढ़ें हंगामे के बीच सदन मे क्या-क्या हुआ।

मनीष तिवारी, नई दिल्ली। गुरुवार को संसदीय गरिमा निम्नतम स्तर पर पहुंच गई, जब संसद के ठीक द्वार पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच धक्कामुक्की में भाजपा के दो सदस्य गिर गए और सिर में लगीं चोटों के उपचार के लिए अस्पताल पहुंच गए।
एक-दूसरे के खिलाफ अश्लील शब्द बोले गए, आमने-सामने की गर्मागर्मी हुई, जमकर नारेबाजी हुई, संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देते हुए एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायतें हुईं। इस अभूतपूर्व घटनाक्रम के दौरान ही अनुसूचित जनजाति की एक महिला सांसद एम. फोंगनान ने राज्यसभा सभापति को शिकायत दी कि धक्का-मुक्की के समय राहुल गांधी उन्हें असहज करने वाली स्थिति तक करीब आ गए।
सभापति और स्पीकर को सौंपी गई शिकायतें
कांग्रेस और भाजपा ने दोनों सदनों में एक-दूसरे के खिलाफ सभापति और स्पीकर को शिकायत भी सौंपी। संसद भवन की ड्योढ़ी पर भाजपा सदस्यों के साथ धक्का-मुक्की के बाद लोकसभा के भीतर भी अमर्यादित दृश्य देखने को मिले, जब कांग्रेस सांसद स्पीकर की आसंदी तक पहुंच गए। नए संसद भवन में यह पहला अवसर था, जब सदस्यों ने स्पीकर के आसन तक चढ़ाई की हो।
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबडेकर के संदर्भ में बयानों को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष गुरुवार को एक दूसरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा था। संसद के मकर द्वार पर भाजपा के सांसदों का प्रदर्शन था। स्थिति तब बिगड़ी जब नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में सांसदों के एक समूह ने ठीक उनके बीच से भवन में प्रवेश करना चाहा, जबकि एकत्रित भाजपा सदस्यों की एक तरफ इतना स्थान रिक्त था कि कांग्रेस सांसद आसानी से निकल सकते थे।
दो सांसद हुए घायल
यह स्थिति दोनों पक्षों को बांह की दूरी तक करीब ले आई। यहीं पर धक्का-मुक्की शुरू हुई। भाजपा सदस्यों का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने राहुल और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तमाम सांसदों से सीढ़ियों में खाली जगह से जाने के लिए कहा था, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। आरोप है कि राहुल गांधी ने अपने आगे खड़े सांसद को धक्का मारा, जिससे वह ओडिशा के बालासोर से आने वाले 69 वर्षीय प्रताप सिंह सारंगी पर गिर पड़े।
सारंगी के सिर पर चोट आई, उनके माथे से खून बहने लगा। भाजपा सांसद मुकेश राजपूत भी इस धक्कामुक्की में गिरे और उन्हें भी चोटें आईं। पास ही खड़े भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर चिल्लाते हुए कहा- 'राहुल, आपको शर्म नहीं आती, आप गुंडागर्दी करते हो। एक बुजुर्ग सांसद को गिरा दिया।' राहुल ने जवाब दिया, 'धक्का मुझे दिया गया।'
(घायल सांसदों का हाल जानने अस्पताल पहुंचे राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा नेता। Photo- ANI)
यह मुक्केबाजी का रिंग नहीं: रिजिजू
इसके बाद राहुल नीचे पड़े सारंगी पर एक निगाह भर डालकर आगे बढ़ गए। सांरगी को एंबुलेंस के जरिये राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। प्रताप सारंगी ने कहा कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जो मुझ पर गिरे और मुझे चोट लगी। संसद में हालांकि सीसीटीवी मौजूद है, लेकिन सूत्रों के अनुसार संसद सामान्यतया किसी फुटेज को जारी नहीं करता है। संसद को जब खुद जरूरत होती है या अहम सुरक्षा मुद्दों पर ही फुटेज जारी किए जाते हैं। बहरहाल, गुरुवार को जैसी असामान्य स्थिति दिखाई दी, उससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कटुता और गहरा गई है।
संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने कहा है कि संसद वह जगह नहीं है, जहां शरीर की ताकत दिखाई जाए। यह मुक्केबाजी का रिंग नहीं है। घायल सांसदों की स्थिति की जांच के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे। भाजपा ने पूरे मामले की शिकायत स्पीकर से की है। दूसरी ओर संसद परिसर में ही राहुल गांधी ने कहा कि मैं संसद जाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन भाजपा के सांसद मुझे रोकने की कोशिश करने लगे। उन्होंने मुझे धक्का दिया और धमकाया भी।
खरगे ने लगाए आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्पीकर ओम बिरला को लिखी चिट्ठी में कहा है कि उन्हें भाजपा के सांसदों ने धक्का दिया, जिससे वह संतुलन खो बैठे और उन्हें जमीन पर बैठना पड़ा। इससे उनके घुटने में चोट आई है। खरगे ने कहा कि हमला उन पर नहीं किया गया, बल्कि यह राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला है।
पीएम ने घायल सांसदों का लिया हाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धक्का-मुक्की में घायल होने वाले दोनों सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत से फोन पर बात की और उनकी सेहत का हाल जाना। दोनों सांसदों ने पीएम को घटनाक्रम की जानकारी दी।
नीले कपड़ों में किया प्रदर्शन
डॉ. आंबेडकर पर अमित शाह के बयान को कथित तौर पर अपमानजनक बता रहे विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को पहले संसद परिसर में आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और फिर एक मार्च भी निकाला। इस दौरान राहुल और प्रियंका समेत तमाम सांसदों ने नीले वस्त्र धारण किए। कांग्रेस के अलावा द्रमुक, राजद, सपा, वाम दल और एनसीपी (एसपी) के सदस्य भी मार्च में शामिल हुए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।