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मध्य प्रदेश कांग्रेस में राजनीतिक उफान, सिंघार के समर्थन में सिंधिया तो दिग्विजय के साथ कमलनाथ

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि सरकार में किसी का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।

By Manish PandeyEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 10:39 PM (IST)Updated: Wed, 04 Sep 2019 11:30 PM (IST)
मध्य प्रदेश कांग्रेस में राजनीतिक उफान, सिंघार के समर्थन में सिंधिया तो दिग्विजय के साथ कमलनाथ
मध्य प्रदेश कांग्रेस में राजनीतिक उफान, सिंघार के समर्थन में सिंधिया तो दिग्विजय के साथ कमलनाथ

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश सरकार और कांग्रेस में आया राजनीतिक उफान अभी थमा नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए लगातार आरोपों की बौछार करने वाले मंत्री उमंग सिंगार के समर्थन में पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया उतर आए।

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उन्होंने कहा कि सरकार को स्वतंत्र होकर काम करना चाहिए। इसमें किसी का भी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। सिंगार के आरोप गंभीर हैं, इनकी जांच भी होनी चाहिए। वहीं, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्विजय का पक्ष लेते हुए कहा कि वह दस साल मुख्यमंत्री रहे हैं। इसलिए प्रदेश हित में उनके अनुभव का लाभ लेने के लिए उनसे समय-समय पर सलाह-मशविरा किया जाता है।

सिंधिया दो दिन से ग्वालियर में हैं। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय पर निशाना साधा। सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में 15 साल बाद बड़ी मुश्किल से सरकार बनी है, जिसे अभी छह महीने भी नहीं हुए हैं। विकास और प्रगति को लेकर सरकार से लोगों को आशाएं और अभिलाषाएं हैं। कमलनाथ को मंत्री उमंग सिंघार की बात को सुनना चाहिए। और जो मुद्दे उठाए हैं, वह भी समझना चाहिए, क्योंकि उनके आरोप गंभीर हैं। सरकार खुद के आधार और दम पर चलना चाहिए, उसमें किसी का दखल नहीं होना चाहिए।

कमलनाथ ने भाजपा पर किया पलटवार
सिंगार और दिग्विजय विवाद पर चौथे दिन कमलनाथ ने चुप्पी तोड़ी। दिग्विजय का पक्ष लेने के अलावा उन्होंने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह जान लेना चाहिए कि प्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विरोधाभास नहीं है।

सिंघार ने साधी चुप्पी, बोले - जो कहूंगा, पार्टी फोरम पर कहूंगा
मंगलवार की रात मुख्यमंत्री से हुई एक घंटे की चर्चा के बाद मंत्री सिंघार अज्ञातवास पर चले गए थे। बुधवार को सुबह वह सरकारी निवास पर पहुंचे। मीडिया ने उनसे सीएम से मुलाकात और दिग्विजय सिंह को लेकर कई सवाल किए, मगर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि मैं अब तक जो कह चुका हूं, उसके बाद कुछ नहीं कहूंगा। अब जो भी कहूंगा, पार्टी फोरम पर कहूंगा। सीएम द्वारा फटकार लगाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे चेहरे से लग रहा है कि मुझे किसी ने फटकारा है।

दिग्विजय समर्थकों ने सिंघार का पुतला जलाया
अपने नेता पर हुए राजनीतिक हमलों से आहत दिग्विजय समर्थक मुखर हो गए हैं। कुछ कांग्रेस नेताओं ने उमंग सिंघार के बंगले के बाहर उनके खिलाफ नारेबाजी की और पुतला जलाया तो वहीं पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने मंत्री को भाजपा का दलाल करार दिया। विधायक एदल सिंह कंसाना ने अनुशासनहीनता करने वाले तमाम मंत्रियों को हटाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।

समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक ने उठाया सवाल
कांग्रेस की आंतरिक राजनीति पर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि क्या पार्टी को इसलिए समर्थन दिया था कि उनके नेता आपस में ही लड़ते रहें। हमारा भविष्य अंधकार में दिख रहा है।

शिवराज बोले - यह आदिवासी मंत्री का अपमान
झाबुआ में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि उमंग सिंघार ने कमलनाथ सरकार की सच्चाई बताई तो उन्हें धमकाया गया। यह आदिवासी मंत्री का अपमान है।

किस मंत्री ने क्या कहा
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत¨सह ने कहा है कि दिग्विजय सिंह के पत्र का जवाब देना मंत्रियों के लिए जरूरी नहीं था। दिग्विजय ¨सह के बेटे व नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने भोपाल में उमंग सिंघार के पुतले जलाने पर कहा कि जिन्होंने ऐसी हरकत की वह गलत है। वह न तो कांग्रेस के लोग हैं और न ही दिग्विजिय सिंह के समर्थक। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक संकट गहराता जा रहा है।


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