राज्यसभा झलकियां: शून्यकाल विपक्ष के लिए अवसर, 17 में 14 प्रश्न भाजपा के!
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी ने व्यवस्था पर सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने विपक्ष को कम अवसर मिलने की बात कही। सभापति सीपी ...और पढ़ें

राज्य सभा। (संसद टीवी)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: राज्य सभा में बुधवार को शून्य काल पर चर्चा के अंत में कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी ने सधे शब्दों में व्यवस्था पर ही प्रश्न खड़े करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि शून्य काल सामान्यत: विपक्ष को अपनी बात कहने का अवसर देता है। मगर, शायद यह इत्तेफाक ही है कि आज इस दौरान 17 प्रश्न उठाए गए, जिसमें से 14 भाजपा के थे।
कांग्रेस सदस्य संकेतों में ही भेदभाव का संदेश देना चाहते थे, लेकिन सभापति सीपी राधाकृष्णन ने तुरंत ही स्थिति भी स्पष्ट कर दी। शून्य काल के लिए प्रश्नों के चयन की व्यवस्था की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया और संक्षेप में इतना ही कहा कि आप आकर ड्रॉ (लाटरी) की प्रक्रिया को देख सकते हैं।
दौरे से पहले ही ठीक हो जाती है सड़क
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रश्न काल के दौरान खस्ताहाल सड़कों पर भी टोल वसूले जाने का मुद्दा उठाते हुए मध्य प्रदेश के बैतूल का एक मामला केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को याद दिलाया। साथ ही कहा कि इस मंत्रिमंडल में हम आपको सबसे प्रभावी और सक्षम मंत्री मानते हैं। ऐसे मामलों से आपकी बहुत बदनामी हो रही है। जिस अंदाज में सवाल उठाया गया, उसी अंदाज में जवाब की शुरुआत भी गडकरी ने की।
हंसते हुए बोले, बैतूल मुझे अचानक जाना पड़ा, अन्यथा मैं कहीं दौरे पर जाता हूं तो उससे पहले ही सड़क बिल्कुल दुरुस्त कर दी जाती है।
हालांकि, बाद में गंभीरता से उस पर जवाब दिया कि बैतूल में संबंधित सड़क का काम पर्यावरण मंजूरी के कारण रुका था, जिसे दिल्ली आते ही केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से बात कर स्वीकृति दिला दी थी। साथ ही बताया कि रोड यूजर के अधिकारों से संबंधित केरल हाईकोर्ट के निर्णय पर ठोस व्यवस्था बनाने पर मंत्रालय मंथन कर रहा है।

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