Rajya Sabha Election 2022: महाराष्ट्र में रोचक हुई राज्यसभा की जंग, 24 साल बाद करवाना पड़ रहा है मतदान
Rajya Sabha Election 2022 महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए यदि छह उम्मीदवार ही खड़े होते तो चुनाव की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन शिवसेना और भाजपा दोनों दलों ने अपनी क्षमता से एक उम्मीदवार अधिक खड़े कर दिए हैं।

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। Rajya Sabha Election 2022: महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी एवं भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने-अपने उम्मीदवारों के साथ मैदान में डटे रहने के कारण अब राज्यसभा की छह सीटों के लिए चुनाव जरूरी हो गया है। राज्य में ऐसी नौबत 24 साल बाद आ रही है, जब राज्यसभा की सीटों के लिए बाकायदा मतदान करवाना पड़ेगा।
महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए यदि छह उम्मीदवार ही खड़े होते तो चुनाव की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन शिवसेना और भाजपा, दोनों दलों ने अपनी क्षमता से एक उम्मीदवार अधिक खड़े कर दिए हैं। इस बीच कांग्रेस ने महाराष्ट्र के बाहर से एक उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी को लाकर अपनी ही पार्टी में कलह आमंत्रित कर ली है। शुक्रवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। माना जा रहा था कि शिवसेना या भाजपा में से कोई एक दल अपना एक उम्मीदवार वापस लेकर टकराव टाल देगा।
इसके लिए दोनों पक्षों की तरफ से कुछ प्रयास शुरू भी हुए। गुरुवार को भाजपा की तरफ से कहा गया कि यदि शिवसेना अपना एक उम्मीदवार वापस ले लेती है, तो जल्दी ही होने जा रहे विधान परिषद चुनाव में भाजपा अपनी क्षमता भर ही उम्मीदवार खड़े कर वहां मतदान की नौबत नहीं आने देगी। बदले में शुक्रवार की सुबह महाविकास आघाड़ी की तरफ से वरिष्ठ नेता एवं राज्य सरकार में मंत्री छगन भुजबल भी ऐसा ही एक प्रस्ताव लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के घर जा पहुंचे। लेकिन दोनों दलों ने एक-दूसरे के प्रस्ताव ठुकरा दिए।
नतीजा यह हुआ कि अपराह्न तीन बजते ही नाम वापसी का अवधि समाप्त हो गई। अब छह सीटों के लिए सात उम्मीदवारों के बीच चुनाव होगा। भाजपा की तरफ से दो, एवं सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के एक-एक उम्मीदवारों के आसानी से जीतने भर के वोट सभी दलों के पास हैं। लेकिन शिवसेना ने दूसरा और भाजपा ने अपना तीसरा उम्मीदवार खड़ा कर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।
शिवसेना नेता संजय राउत हमेशा की तरह इसे उद्धव सरकार को अस्थिर करने की साजिश बताने में जुट गए हैं। राउत खुद भी इस चुनाव में एक उम्मीदवार हैं। उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा है कि वे खरीद-फरोख्त की कोशिश कर रहे हैं। उनके लिए अपना तीसरा उम्मीदवार खड़ा करना एक चाल थी। हमारी सरकार इस चुनाव पर कड़ी नजर रखे हुए है। जबकि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस कहते हैं कि हमें खरीद-फरोख्त की कोई आवश्यकता नहीं है। हमने तीन उम्मीदवार खड़े किए हैं, क्योंकि हमें विश्वास है कि हमारे तीनों उम्मीदवार जीतेंगे।

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