दिल्ली में बोले राजनाथ सिंह, चौकीदार चोर नहीं, प्योर है और दोबारा पीएम बनना श्योर है
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चौकीदार चोर नहीं प्योर है और उनका पीएम बनना श्योर (पक्का) है।
नई दिल्ली, जेएनएन। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 'चौकीदार चोर है' नारे के जवाब में कहा कि चौकीदार चोर नहीं प्योर है और उनका पीएम बनना श्योर (पक्का) है। आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए 'चौकीदार चोर है' का नारा बुलंद किया था। जिसके जवाब में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने 'मैं भी चौकीदार' अभियान की शुरूआत की थी।
राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आदमी नहीं संस्थाएं है। कांग्रेस के अध्यक्ष प्रधानमंत्री, चौकीदार को चोर कह रहे हैं, क्योंकि देश का प्रधानमंत्री खुद को चौकीदार कहता है। कांग्रेस ने जिन लोगों को बैंक लोन दिया, वह लोन का पैसा लेकर विदेश भाग गए। वही चौकीदार उन लोगों को विदेश से वापस लाएगा।' राजनाथ ने कहा, 'मैं बताना चाहता हूं कि देश का चौकीदार चोर नहीं, प्योर है और उनका दोबारा पीएम बनाना श्योर (निश्चित) है, देश का समस्याओं का वही क्योर (इलाज) हैं।'
इस बार भारत ने घुसकर मारा
राजनाथ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कार्यकाल में जब होटल ताज पर आतंकी हमला हुआ, तो उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन जब पहले पुलवामा में फिदायीन हमला हुआ और 40 से ज़्यादा जवान शहीद हुए। लेकिन इस बार देश की सेना ने पकिस्तान में घुसकर बदला लिया। अब कांग्रेस वाले पूछ रहे हैं, बताइए मोदी जी आपकी सेना के जवान पाकिस्तान गए कितने लोगों को मारा। एक वीर कभी लाशें नहीं गिनता, वह दूसरे लोग होते हैं जो लाशें गिनते हैं।'
पहले झंडा लहराते थे, अब गोलियों से जवाब दिया जाता है
राजनाथ ने आगे कहा, 'कांग्रेस के समय में जब पाकिस्तान भारत पर गोलीबारी करता था तो भारतीय सेना पहले सफेद झंडा लहराती थी, मेरे गृहमंत्री रहते एक बार पकिस्तान ने गोलीबारी की। टीवी पर खबर देखने के बाद सेना के अधिकारी से पूछा कि क्या कार्रवाई की, उन्होंने कहा झंडा लहराया गया है। बात सुनकर खून खोल गया, मैंने तुरंत आदेश दिया पकिस्तान अगर एक गोली चलाए तो भारत की गोलियों को गिना नहीं जाना चाहिए।'
कांग्रेस ने देश को हिंदू-मुस्लिम में बांट दिया
गृहमंत्री ने कहा, 'कश्मीर अमन चाहता है, कश्मीरी देश में जहां भी रहते हैं उनसे प्यार करो। कांग्रेस, भाजपा को साम्प्रदायिक पार्टी बताती है, जबकि सबसे बड़ी सम्प्रदायिक पार्टी खुद कांग्रेस है, जिसने देश के लोगों को हिंदू-मुस्लिम में बांटा। मुस्लिम मुल्क में भी मुसलमानों के 72 फिरके नहीं है, जबकि भारत में मुसलमानों के 72 फिरके हैं।'