विदेश में भारत का अपमान करने के आरोपों का राहुल ने इशारों में दिया जवाब, बोले- महात्मा गांधी भी थे NRI
Rahul Gandhi Attack BJP राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी बीआर अंबेडकर सरदार वल्लभभाई पटेल सहित देश के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े सभी प्रमुख नेता एनआरआई थे जो बाहरी दुनिया के बारे में खुले दिमाग रखते थे और हिंसा की बात नहीं करते थे।
न्यूयॉर्क, एजेंसी। न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने दावा कि समकालीन भारत के प्रमुख शिल्पकार सभी प्रवासी भारतीय (NRI) थे, जिन्होंने देश के साथ बाहरी दुनिया के बारे में भी अपना खुला दिमाग रखा और सभी को साथ लेकर चले।
स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े सभी प्रमुख नेता थे NRI
अमेरिका के तीन-शहरों के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी, बीआर अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस सहित देश के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े सभी प्रमुख नेता एनआरआई थे, जो बाहरी दुनिया के बारे में खुले दिमाग रखते थे। उन्होंने कहा कि हिंसा की बात नहीं करते थे।
दरअसल राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में भाजपा के उन आरोपों का जवाब दिया, जिसमें उनपर विदेशी धरती पर भारत की छवि खराब करने की बात कही जाती थी।
LIVE: Address to the Indian Diaspora | New York, USA https://t.co/xolpviON3O— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 4, 2023
'गोडसे से प्रभावित है BJP और RSS की विचारधारा'
राहुल ने भाजपा के खिलाफ अपने हमले को जारी रखते हुए कहा कि BJP और आरएसएस के विचार महात्मा गांधी की हत्या करने वाले दक्षिणपंथी नेता नाथूराम गोडसे से मेल खाते हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों का काम हिंसा फैलाने का ही है।
भारत में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई
कांग्रेस नेता ने दावा किया, "भारत में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई है, एक जिसका कांग्रेस प्रतिनिधित्व करती है और दूसरा जिसका समर्थन भाजपा और आरएसएस करते हैं।" इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जो सिद्धांत और विचारधारा प्रिय है, वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से ही मिले हैं।
'NRI महात्मा गांधी की तरह दयालु और सरल होते हैं'
राहुल ने आगे कहा कि हम जिस विचारधारा का पालन करते हैं, वह महात्मा गांधी की विचारधारा है और उन्हीं तरह तरह एनआरआई होते हैं जो दयालु और सरल हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा का प्रचार किया और सत्य की आजीवन खोज की। वहीं, भाजपा और आरएसएस गोडसे की विचारधारा हिंसक और गुस्सैल व्यक्तित्व को मानती और सच्चाई का सामना करने में असमर्थ है।