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    'हार की हताश...', PM मोदी के बयान पर घमासान; प्रियंका गांधी ने पूछा- आखिर संसद किसलिए है?

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 01:25 PM (IST)

    संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन, पीएम मोदी ने विपक्ष से 'ड्रामा' न करने की अपील की, जिस पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार किया। प्रियंका गांधी ने कहा कि मुद्दों को उठाना ड्रामा नहीं है, बल्कि संसद का कर्तव्य है। अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'सबको पता है कि ड्रामा कौन करता है'।

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    प्रियंका गांधी और अखिलेश ने पीएम मोदी को घेरा (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया। लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान पड़ा। कार्यवाही शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि संसद में ड्रामा नहीं डिलीवरी चाहिए।

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    इस बयान पर अब विपक्ष हमलावर हो गया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और सपा सांसद अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर पलटवार किया। प्रियंका ने कहा कि मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं है, संसद इसीलिए है। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि सबको पता है कि ड्रामा कौन करता है।

    प्रियंका गांधी ने किया पलटवार

    PM मोदी के भाषण के बाद रिपोर्टरों से बात करते हुए वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि वोटर रोल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और गंभीर एयर पॉल्यूशन जैसे जरूरी सार्वजनिक मुद्दों को उठाना ही संसद का असली मकसद है।

    उन्होंने कहा, 'कुछ जरूरी मुद्दे हैं। चुनाव की स्थिति, SIR और प्रदूषण बहुत बड़े मुद्दे हैं। आइए उन पर चर्चा करें। पार्लियामेंट किस लिए है? यह ड्रामा नहीं है। मुद्दों पर बात करना, मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं है। ड्रामा का मतलब है चर्चा न होने देना। ड्रामा का मतलब है उन मुद्दों पर डेमोक्रेटिक चर्चा न करना जो जनता के लिए मायने रखते हैं।'

    अखिलेश यादव ने भी बोला हमला

    अखिलेश यादव जब संसद परिसर में पहुंचे तो पत्रकारों ने उनसे भी इसे लेकर सवाल किए। इस पर अखिलेश ने कहा, 'सबको पता है कि ड्रामा कौन करता है। लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, BLO मर गए हैं, क्या यह ड्रामा है? BJP वोटरों को रोकने के लिए पुलिस और बंदूकों का इस्तेमाल करती है। ऐसे शब्दों के खेल से बचना चाहिए।'

    दरअसल पीएम मोदी ने सत्र की शुरुआत से पहले विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा था कि बिहार चुनाव में हालिया हार के कारण वे अशांत लग रहे हैं। उन्होंने उनसे मतभेदों को दूर रखने और पार्लियामेंट में अच्छी पॉलिसी और कानून पास कराने के लिए काम करने को कहा, ताकि मानसून सेशन की बर्बादी न दोहराई जाए।

    पीएम मोदी ने क्या कहा था?

    पीएम ने कहा था, 'सभी से रिक्वेस्ट करूंगा कि जो मुद्दे हैं, उन पर सोचें। ड्रामा करने के लिए बहुत जगहें हैं। जो कोई भी ड्रामा करना चाहता है, कर सकता है। यहां ड्रामा नहीं, डिलीवरी होनी चाहिए। जो कोई भी नारे लगाना चाहता है, पूरा देश वहां है, आप बिहार चुनाव की हार के दौरान भी यह कह चुके हैं। लेकिन यहां नारों पर नहीं, पॉलिसी पर जोर होना चाहिए।'

    उन्होंने कहा था, 'संसद देश के लिए क्या सोच रही है, संसद देश के लिए क्या करना चाहती है, संसद देश के लिए क्या करने वाली है, इन मुद्दों पर केंद्रित होना चाहिए। विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए, चर्चा में मजबूत मुद्दे उठाए, पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए। दुर्भाग्य ये है कि 1-2 दल तो ऐसे हैं, कि वो पराजय भी नहीं पचा पाते। मैं सोच रहा था कि बिहार के नतीजों को इतना समय हो गया, तो अब थोड़ा संभल गए होंगे। लेकिन, कल जो मैं उनकी बयानबाजी सुन रहा था, उससे लगता है कि पराजय ने उनको परेशान करके रखा है।'

    (न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)