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देश में कोई भी गरीब परिवार आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के बिना नहीं होना चाहिए- पीएम मोदी के सांसदों को निर्देश

भाजपा के संसदीय दल की आज बैठक हुई है। इसकी अध्‍यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी ने की है। ये बैठक ऐसे समय में हुई है जब संसद के मानसून सत्र के केवल तीन दिन शेष बचे हैं। पार्टी ने सांसदों को सदन में पेश रहने के आदेश भी दिए हैं।

By Kamal VermaEdited By: Tue, 10 Aug 2021 03:09 PM (IST)
देश में कोई भी गरीब परिवार आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के बिना नहीं होना चाहिए- पीएम मोदी के सांसदों को निर्देश
भाजपा के संसदीय दल की बैठक बनेगी पार्टी की रणनीति

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल की बैठक हो रही है। ये बैठक कई मायनों में खास है। ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब पार्टी उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए अपना बिगुल फूंक चुकी है। इस बैठक की जानकारी देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि बैठक में पीएम ने सभी सांसदों को कहा है कि देश में कोई भी गरीब परिवार आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के बिना नहीं होना चाहिए

प्रह्लाद जोशी बताया कि पीएम मोदी ने खिलाड़ियों की प्रतिभा की पहचान करने के लिए भी सांसदों को जिम्‍मेदारी सौंपी है कि वो अपने क्षेत्र में खेल प्रतियोगिताओं को आयोजन करें। इसके अलावा पीएम मोदी ने तंदुरुस्त बेटा या बेटी के लिए स्पर्धा आयोजित करने की जिम्‍मेदारी भी पार्टी सांसदों को सौंपी है। 

आपको बता दें कि मानसून सत्र की आज की कार्यवाही से पहले हुई संसदीय दल की ये बैठक ऐसे समय में हुई है जब सदन में लगातार विपक्ष कृषि कानूनों को वापस लेने और पेगासस जासूसी कांड पर चर्चा करने को लेकर हंगामा कर रहा है। हालां‍कि सरकार इन दोनोंं ही मांगों को एक राजनीतिक मुद्दा बता रही है। सरकार का कहना है कि इन दोनों मुद्दों पर विपक्ष राजनीति कर रहा है। 

सरकार ने हंगामे के बीच कुछ जरूरी विधेयकों को दोनों सदनों में पास जरूर करवाया है। इस बीच कुछ और विधेयक भी सरकार को पास करवाने हैं। इनको पास कराने के लिए सरकार ने अपनी रणनीति भी तैयार की हुई है। इसके अलावा विपक्ष के हंगामे की रणनीति पर सरकार ने भी पूरी तरह से कमर कस रखी है।    

आपको यहां पर ये भी बता दें कि संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ था और अब इसके समाप्‍त होने के केवल तीन दिन ही शेष रह गए हैं। यदि समय से पहले इस सत्र को खत्‍म नहीं किया जाता है तो 13 अगस्‍त को  इसका आखिरी दिन होगा। सरकार सदन में चल रहे गतिरोध पर लगातार विपक्ष पर निशाना साध रहा है। गौरतलब है कि किसानों के मुद्दे पर विपक्ष ने जिस तरह से यूटर्न लिया है उसने सरकार को मजबूत बनाया है। सत्र से पहले विपक्ष इन कानूनों पर चर्चा की मांग कर रहा था लेकिन अब उसका कहना है कि वो इन कानूनों की वापसी से कम में नहीं मानेगा।