दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री बनने वाले प्रमोद सावंत भाजपा की उम्मीदों पर कितने खरे उतरेंगे?
प्रमोद सावंत ने सोमवार को लगातार दूसरी बार श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस मौके पर राज्य के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में गोवा एक ऐसा राज्य है, जहां कांग्रेस पार्टी को पूरी उम्मीद थी कि वो यहां सरकार बनाने वाली है, लेकिन नतीजे बीजेपी के पक्ष में आया। बता दें कि 40 सीटों वाले गोवा में बीजेपी ने 20 सीटें जीती हैं। वहीं, कांग्रेस ने 11, आम आदमी पार्टी ने 2, एमजीपी ने 2, और 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी ने निर्दलीय सदस्यों के सहयोग से राज्य में एक बार फिर सरकार बना ली है और प्रमोद सावंत दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।
प्रमोद सावंत स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के भरोसेमंद नेता
आयुर्वेदिक कॉलेज से आयुर्वेद, चिकित्सा और सर्जरी में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले 48 साल के प्रमोद सावंत ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बीजेपी युवा विंग के नेता के रूप में की थी। वह मनोहर पर्रिकर के भरोसेमंद नेता हैं। 2019 में पर्रिकर की मृत्यु के बाद उन्हें गोवा का 13वां मुख्यमंत्री चुना गया।
प्रमोद सावंत का मंत्रिमंडल
प्रमोद सावंत ने सोमवार को लगातार दूसरी बार श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस मौके पर राज्य के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रमोद सावंत के अलावा आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली है, जिसमें शामिल हैं विश्वजीत राणे, मौविन गोडिन्हो, रवि नायक, नीलेश कैबराल, सुभाष सिरोडकर, रोहन खुंटे, गोविंद गौड़े और अतानासियो मोनसेराते। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी शासित राज्यों के सीएम और बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। आप बताएं प्रमोद सावंत को दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में देखना क्या दर्शाता है? Koo पर जाकर अपनी राय जरूर दें।
बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय ने प्रमोद सावंत को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए यह भरोसा जताया कि उनके प्रभावशाली नेतृत्व में गोवा की विकास यात्रा सतत जारी रहेगी -
- Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) 28 Mar 2022
ग लिया।
गोवा के नए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उन लोगों और शुभचिंतकों का हार्दिक आभार प्रकट किया है, जिन्होंने उनका समर्थन किया और शपथ ग्रहण समारोह में भा
- Dr Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) 28 Mar 2022
गोवा विधानसभा चुनाव में राजनेता जिस मुद्दे पर जनता के बीच गए, उसमें भ्रष्टाचार, कैसीनो और संस्कृति संरक्षणवाद और माइनिंग जैसे मुद्दे शामिल है। नए मुख्यमंत्री के पास सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वो कैसे इन मुद्दों से निपटे। प्रमोद सावंत की छवि एक ईमानदार नेता की है। अब देखना यह है कि बतौर मुख्यमंत्री सावंत किस तरह से राज्य की समस्याओं का निवारण करते हैं। गोवा की नई सरकार या राज्य के स्थानीय मुद्दों को लेकर आपके मन में कोई विचार है तो उसे आप Koo पर जाहिर कर सकते हैं।
Note - यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।