दिसंबर में पाकिस्तान लौट सकते हैं नवाज शरीफ, चुनाव को लेकर संभाल सकते हैं पार्टी का नेतृत्व
नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की वापसी के बाद पार्टी एक जन संपर्क अभियान की शुरुआत करेगी। कार्यकर्ताओं का बड़ा सम्मेलन होगा। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उत्साहित करने के लिए पीएमएल-एन (PML-N) में ये सारी गतिविधियां होंगी। (फाइल फोटो)

इस्लामाबाद, आइएएनएस। पीएमएल-एन के नेताओं का मानना है कि पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ इस साल के अंत में पाकिस्तान लौट सकते हैं। पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो पार्टी का नेतृत्व करने के लिए नवाज शरीफ दिसंबर में वापस आ जाएंगे। द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार सत्ताधारी दल पीएमएल-एन किसी भी समयपूर्व चुनाव के लिए सहमत हो गया है।
चुनाव में खासा जोर देगी पीएमएल-एन
नवाज शरीफ की वापसी के बाद पार्टी एक जन संपर्क अभियान की शुरुआत करेगी। कार्यकर्ताओं का बड़ा सम्मेलन होगा। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उत्साहित करने के लिए पीएमएल-एन में ये सारी गतिविधियां होंगी। पीएमएल-एन नेता ने कहा कि पार्टी खोए हुए वोटों को वापस लाने के लिए शेष कार्यकाल का पूरा उपयोग करने की कोशिश करेगी।
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जारी किया गया राजनियक पासपोर्ट
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सत्तारूढ़ पीएमएल-एन ने नवाज शरीफ को पांच साल की अवधि के लिए एक राजनयिक पासपोर्ट जारी किया है। इससे वह अपने देश वापस लौट सकेंगे। उनके परिवार के सूत्रों ने इस बात की यह जानकारी दी है।
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लंदन में नवाज शरीफ से मिले शहबाज
नवाज शरीफ वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बड़े भाई हैं। नवाज शरीफ सत्ताधारी पार्टी पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता हैं। दोनों भाई गुरुवार को लंदन में शीर्ष मंत्रियों के साथ एक बैठक में भी मौजूद थे।
इमरान सरकार में नवाज के पासपोर्ट को नहीं किया गया अपडेट
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में तीन बार के प्रधानमंत्री को एक साधारण पासपोर्ट जारी किया था। दूसरी ओर नवाज ने दावा किया था कि फरवरी 2021 में अपने स्वयं के समाप्त होने के बाद उन्होंने पहले ही एक राजनयिक पासपोर्ट प्राप्त कर लिया था। इमरान खान के नेतृत्व वाले शासन द्वारा इसे अपडेट नहीं किया गया था।
पनामा पेपर्स मामले में लगा है भ्रष्टाचार का आरोप
बता दें कि पनामा पेपर्स मामले में जुलाई 2017 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पद से हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 72 वर्षीय सुप्रीमो के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के कई मामले शुरू किए गए थे।
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