PM Modi 'Mujara' Remark: '...उनको आराम की जरूरत', कांग्रेस का पीएम पर हमला; प्रियंका बोलीं- इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ
देश में शनिवार 25 मई को लोकसभा चुनाव का 6वां चरण संपन्न हो गया। इस दौरान शीर्ष नेताओं ने 7वें चरण के चुनाव के लिए अलग-अलग जगहों पर रैलियों-जनसभाओं को संबोधित किया। इसी क्रम में शनिवार को पीएम मोदी के द्वारा उनके भाषण के दौरान की विपक्षी नेताओं को लेकर की गई मुजरा टिप्पणी की जमकर आलोचना हो रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में शनिवार 25 मई को लोकसभा चुनाव का 6वां चरण संपन्न हो गया। इस दौरान शीर्ष नेताओं ने 7वें चरण के चुनाव के लिए अलग-अलग जगहों पर रैलियों-जनसभाओं को संबोधित किया।
इसी क्रम में शनिवार को पीएम मोदी के द्वारा उनके भाषण के दौरान की विपक्षी नेताओं को लेकर की गई 'मुजरा' टिप्पणी की जमकर आलोचना हो रही है। कई विपक्षी नेताओं ने उनके बयान की निंदा की और पलटवार किया है।
प्रियंका गांधी ने बोला हमला
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीएम की टिप्पणी की जमकर आलोचना की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि देश के इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री ने कभी भी विपक्षी नेताओं के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री के पद को बहुत सम्मान देता है और इस पद की गरिमा बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा,
प्रधानमंत्री घबरा गए हैं और भूल गए हैं कि वह देश और इसके लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनके मुंह से ऐसे शब्द नहीं निकलने चाहिए थे।
प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषण में विपक्ष के नेताओं के लिए ऐसे-ऐसे शब्द इस्तेमाल किए जो इतिहास में किसी प्रधानमंत्री ने इस्तेमाल नहीं किए। क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती कि पद की मर्यादा रखें?
मैं कहना चाहती हूं कि मोदी जी! आपने कहा है कि देश आपके परिवार समान है। परिवार का जो… pic.twitter.com/rnrz1d3Y7Z
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 25, 2024
पवन खेड़ा बोले- उन्हें आराम की जरूरत
वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी पीएम की टिप्पणी को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम ने एक बयान दिया कि विपक्ष के नेता 'मुजरा' करे, यह एक प्रधानमंत्री के पद पर बैठे नेता को शोभा नहीं देता। लगता है वे अब धूप-गर्मी में भाषण देकर थक चुके हैं, उन्हें इसकी आदत नहीं है; लेकिन राहुल गांधी को इसकी आदत है। वह 4 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा कर चुके हैं।
आज नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में ‘मुजरा’ शब्द का इस्तेमाल किया।
क्या प्रधानमंत्री को इस तरह के शब्द का इस्तेमाल करना शोभा देता है?
प्रधानमंत्री थक चुके हैं, बीमार हैं। उन्हें आराम और इलाज की जरूरत है। pic.twitter.com/sdJgTkvRAl
— Congress (@INCIndia) May 25, 2024
टीएमसी के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने पीएम के बयान की आलोचना करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा,
10 साल के पीआर (जनसंपर्क) और सावधानीपूर्वक तैयार की गई छवि के बाद मोदी अब अपना असली रूप नहीं छिपा सकते। इतनी घटिया भाषा। 'नारी शक्ति' से वे अब 'मुजरा' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर उतर आए हैं। प्रधानमंत्री के रूप में अपनी विदेश यात्राओं के दौरान वह क्या-क्या कहते होंगे, यह सोचकर डर लगता है।
After 10 years of PR & a carefully curated image, Modi can’t hide his true self anymore.
Such cheap language.
From “Naari Shakti”, the man has now come down to using words like “mujra”.
Scary to think what all he must be saying during his foreign trips as PM. pic.twitter.com/anPf3bTWqD
— Saket Gokhale MP (@SaketGokhale) May 25, 2024
दरअसल, पीएम मोदी संबोधन के दौरान बिहार की राजधानी पटना में संविधान व SC-ST और OBC आरक्षण पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा था,
बिहार वह भूमि है, जिसने सामाजिक न्याय की लड़ाई को एक नई दिशा दी है। मैं इसकी धरती पर घोषणा करना चाहता हूं कि एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को लूटने और अपने वोट बैंक को देने के इंडी गठबंधन के मंसूबों को मैं विफल कर दूंगा, मैं इसे लेकर डटा रहूंगा। वे (विपक्षी गुट) वोटबैंक के गुलाम बने रह सकते हैं और चाहें तो अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए 'मुजरा' करें।
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