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    'पीएम मोदी तो देश के प्राइम एसेट', शशि थरूर की बात सुनकर कांग्रेस आलाकमान को लगेगी मिर्ची! पढ़ें विपक्षी सांसद ने और क्या कहा?

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए भारतीय सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का अमेरिका सहित कई देशों में नेतृत्व करने वाले पूर्व राजनयिक शशि थरूर ने पीएम मोदी की ऊर्जा, बहुआयामी व्यक्तित्व और संवाद की तत्परता को वैश्विक मंच पर भारत के लिए प्राइम एसेट यानी अहम पूंजी बताया है।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 23 Jun 2025 09:19 PM (IST)
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    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बीते कुछ समय से अपने रुख से कांग्रेस को असहज करते आ रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अबकी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफों के पुल बांध दिए। ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए भारतीय सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का अमेरिका सहित कई देशों में नेतृत्व करने वाले पूर्व राजनयिक थरूर ने पीएम मोदी की ऊर्जा, बहुआयामी व्यक्तित्व और संवाद की तत्परता को वैश्विक मंच पर भारत के लिए प्राइम एसेट यानी अहम पूंजी बताया है।

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    उनका यह बयान तब आया है, जब कांग्रेस विदेश नीति पर सवाल खड़े करते हुए मोदी सरकार को घेरने के प्रयास में जुटी है। ऐसे में थरूर और उनकी पार्टी कांग्रेस के बीच कड़वाहट बढ़ने की आशंकाएं और प्रबल होती दिख रही हैं।

    पीएम मोदी की ऊर्जा भारत की अहम पूंजी

    एक लेख में कांग्रेस सांसद थरूर ने लिखा- ''ऑपरेशन सिंदूर के बाद किया गया राजनयिक संपर्क राष्ट्रीय संकल्प और प्रभावी संवाद का क्षण था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऊर्जा, उनका बहुआयामी व्यक्तित्व और संवाद की तत्परता वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक अहम पूंजी बनी हुई है, लेकिन इसे अधिक समर्थन की आवश्यकता है।''

    सांसदों के दलों को विभिन्न देशों में भेजकर भारत के रुख को वैश्विक मंच पर रखे जाने को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि इसने इस बात पुष्टि की है कि भारत एकजुट होने पर अपनी आवाज स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रख सकता है। अपने लेख में शशि थरूर ने उल्लेख किया कि 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद और ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत की ²ढ़ प्रतिक्रिया ने विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण पक्ष प्रस्तुत किया।

    तत्काल सैन्य कार्रवाई निर्णायक थी, लेकिन उसके बाद का कूटनीतिक संपर्क वैश्विक धारणाओं को आकार देने और अंतरराष्ट्रीय समर्थन को मजबूत करने में समान रूप से महत्वपूर्ण था। उनकी इस टिप्पणी को उसी क्रम से जोड़कर देखा जा रहा है कि कैसे वह अब तक कई बार स्वयं पीएम मोदी या मोदी सरकार की नीतियों का समर्थन कर कांग्रेस के लिए असहज कर देने वाली परिस्थितियां बना चुके हैं। इसे उनकी भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के रूप में भी देखा जा रहा है।