'पाकिस्तान समझ ले, ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ', पीएम मोदी बोले- तीन बार घर में घुसकर मारा है
प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राज्य सरकार को बुजुर्गों को मुफ्त इलाज से वंचित रखने और शिक्षक भर्ती घोटाले जैसे मुद्दों पर घेरा। पीएम ने भाषण के दौरान ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। मोदी ने अलीपुरद्वार में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ममता सरकार पर सीधा हमला भी बोला। मोदी ने कहा कि आज देशभर में 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। मैं तो चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में भी 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिले, लेकिन TMC सरकार ये नहीं करने दे रही है।
मोदी ने रैली में ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया। मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को तीन बार घर में घुसकर मारा है। समझ ले... ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
सेना ने सिंदूर की शक्ति का एहसास कराया
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश की, लेकिन हमारी सेना ने उन्हें सिंदूर की शक्ति का अहसास करा दिया।
पाकिस्तान को समझना चाहिए कि भारत ने तीन बार घर में घुसकर मारा है। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। अगर भारत पर हमला हुआ, तो दुश्मन को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। 1947 से लेकर आज तक पाकिस्तान ने केवल आतंक को पाला है। बांग्लादेश युद्ध के दौरान वहां की सेना द्वारा किए गए अत्याचारों को दुनिया नहीं भूली है।
ममता सरकार पर भी हमला
मोदी ने कहा, 'टीएमसी सरकार ने अपने शासनकाल में हजारों टीचर्स का फ्यूचर बर्बाद कर दिया है। टीएमसी के घोटालेबाजों ने सैकड़ों गरीब परिवार के बेटे-बेटियों को अंधकार में धकेल दिया है।
बंगाल की जनता को अब टीएमसी सरकार के सिस्टम पर भरोसा नहीं है। यहां की जनता के पास अब सिर्फ कोर्ट का ही आसरा है। इसलिए पूरा बंगाल कह रहा है - बंगाल में मची चीख-पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार।'
मोदी ने गिनाए बंगाल के पांच संकट
आज पश्चिम बंगाल एक साथ कई संकटों से घिरा हुआ है। एक संकट समाज में फैली हिंसा और अराजकता का है। दूसरा संकट माताओं-बहनों की असुरक्षा का है, उनके साथ हो रहे जघन्य अपराधों का है। तीसरा संकट नौजवानों में फैल रही घोर निराशा का है, बेतहाशा बेरोजगारी का है। चौथा संकट घनघोर भ्रष्टाचार का है, यहां के सिस्टम पर लगातार कम होते जन-विश्वास का है। पांचवां संकट गरीबों का हक छिनने वाली सत्ताधारी पार्टी की स्वार्थी राजनीति का है।
ममता सरकार ने बर्बाद किया शिक्षकों का जीवन
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि युवा, गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार भ्रष्टाचार की मार झेल रहे हैं। हमने देखा है कि भ्रष्टाचार किस तरह विनाश की ओर ले जाता है, खास तौर पर पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में। टीएमसी सरकार ने हजारों शिक्षकों और उनके परिवारों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। यह सिर्फ कुछ हजार शिक्षकों का विनाश नहीं है, बल्कि पूरी शिक्षा व्यवस्था बिगड़ रही है। अभी भी वे अपनी गलतियों को स्वीकार करने से इनकार करते हैं, इसके बजाय अदालतों को दोष देते हैं।
टीएमसी चाय बागानों के मजदूरों को भी नहीं बख्श रही है। राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण कई चाय बागान बंद हो रहे हैं। राज्य सरकार मजदूरों की मेहनत की कमाई को लूटने की कोशिश कर रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।