गोवा में पर्रीकर सरकार फिर मुश्किल में, सहयोगी पार्टी के विधायक ने दिया इस्तीफा
गोवा में मछली को संरक्षित करने के लिए जानलेवा फार्मलीन का इस्तेमाल होने का भंडाफोड़।
पणजी, प्रेट्र। गोवा की मनोहर पर्रीकर सरकार फिर मुश्किल में पड़ती दिख रही है। गोवा फारवर्ड पार्टी के उपाध्यक्ष और विधायक ट्राजानो डी मेलो ने राज्य सरकार पर मछली माफियाओं के समर्थन का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि उनकी पार्टी प्रदेश में भाजपा नीति गठबंधन सरकार में सहयोगी है।
राज्य सरकार पर लगा मछली माफियाओं के समर्थन का आरोप
रविवार को डी मेलो ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए दावा किया कि राज्य सरकार उन मछली माफियाओं का समर्थन कर रही है, जो बाजारों में बेची गई मछलियों को लंबे समय तक उपयोगी बनाए रखने के लिए कैंसर कारक दवा फार्मलीन का उपयोग करते हैं।
उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा कि मैंने एक ऐसी ईमानदार अधिकारी के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने का फैसला लिया है, जिसने गोवा के लोगों को जानलेवा बीमारी से सतर्क किया है।
उनका इशारा इस पूरे मामले का पर्दाफाश करने वाली फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की अधिकारी ईवा फर्नाडिस की तरफ था। इन्होंने मछली को संरक्षित करने के लिए जानलेवा फार्मलीन का इस्तेमाल होने का भंडाफोड़ किया था। माना जाता है कि इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका उत्पीड़न शुरू कर दिया था, जिसकी शिकायत उन्होंने मानवाधिकार आयोग में की थी।
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